RAIPUR. छत्तीसगढ़ में पटवारियों की जारी अनिश्चितकालीन हड़ताल के बीच अब प्रदेश के नायब तहसीलदार और तहसीलदारों ने भी हड़ताल की घोषणा कर दी। प्रदेश के तमाम अधिकारी कल यानी 10 जुलाई से तीन दिनों की हड़ताल पर जा रहे हैं। ये सभी महासमुंद के झलप में कोर्ट रूम में ही नायब तहसीलदार पर हमले से आक्रोशित हैं।
आज छत्तीसगढ़ कनिष्क प्रशासनिक सेवा संघ के पदाधिकारियों ने विभाग के मंत्री टंकराम वर्मा और सचिव अविनाश चंपावत को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने 7 सूत्रीय मांग रखते हुए सामूहिक हड़ताल पर जाने की जानकारी दी।
इनकी प्रमुख मांगों में तहसील कार्यालय में पुलिस सुरक्षा देने की मांग, प्रमोशन के लिए 50:50 रेसियो में पद रखने की मांग, ऑफिस में संसाधन और स्टाफ देने की मांग, सत्कार और दूसरे कार्यों के लिए भत्ता देने की मांग, वेतन विसंगति दूर करने की मांग प्रमुख है। साथ ही मांग पूरी नहीं हुई तो अऩिश्चतकालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी भी दी है। इस फैसले से कामकाज पूरी तरह से चरमरा जाएगी।
बता दें कि महासमुंद में नायब तहसीलदार को कार्यालय में कॉलर पकड़कर थप्पड़ मारने का मामला सामने आया था। इस घटना के बाद प्रदेशभर के तहसीलदार आक्रोश में है। इसके पहले ही प्रदेश भर के पटवारी 32 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल पर चले गए हैं। वहीं अब प्रदेश के तहसीलदार और नायब तहसीलदार भी हड़ताल पर जा रहे हैं, जिससे राजस्व विभाग के सभी काम प्रभावित होंगे।
नायब तहसीलदार से मारपीट का यह मामला महासमुंद जिले के झलप का है। बताया जा रहा है कि उप तहसील राजस्व कोर्ट में सोमवार को नायब तहसीलदार युवराज साहू शासकीय कार्य कर रहे थे। इसी दौरान कुलप्रीत सिंह निवासी छिलपावन ने किसी बात को लेकर चप्पल फेंककर पहले नायाब तहसीलदार को मारा। इसके बाद भी मन नहीं भरा तो थप्पड़ भी जड़ दिए। एकाएक हुई इस घटना से तहसील में उप तहसील में अफरा-तफरी मच गई, जिसके बाद से ही राजस्व अधिकारियों में रोष है।