RAIPUR. 10वें राज्यपाल के रूप में राजभवन के दरबार हाल में छत्तीसगढ़ के नवनियुक्त राज्यपाल रामेन डेका ने शपथ ली। छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा उन्हें शपथ दिलाई। शपथ से पहले रामेन डेका ने आकाशवाणी चौक स्थित मां काली मंदिर में पूजा-अर्चना की। साथ में उनकी पत्नी रानी डेका काकोटी भी मौजूद रहीं। रामेन डेका छत्तीसगढ़ के 10वें राज्यपाल हैं।
मध्य प्रदेश के राज्यपाल रामनरेश यादव और आनंदीबेन पटेल राज्य का अतिरिक्त प्रभार संभाल चुके हैं। पूर्णकालिक राज्यपाल के रूप में 8 राज्यपाल प्रदेश में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। प्रदेश के पहले गवर्नर डीएन सहाय थे। बता दें कि फरवरी 2023 में बिस्वभूषण हरिचंदन को छत्तीसगढ़ का राज्यपाल नियुक्त किया गया था। वे करीब डेढ़ साल इस पद रहे। अब उनकी जगह आज से असम के रामेन डेका ये जिम्मेदारी संभालेंगे।
जानिए कौन हैं नए राज्यपाल
छत्तीसगढ़ के नए राज्यपाल रमेन डेका ने छात्र राजनीति से राज्यपाल बनने तक का सफर पूरा किया है। उन्होंने विभिन्न केंद्रीय मंत्रालयों के सलाहकार की भूमिका भी निभाई। राज्यपाल मनोनीत होने के बाद छत्तीसगढ़ पहुंचे डेका ने कहा कि छत्तीसगढ़ विकास के परिदृश्य में तेजी से उभर रहा है। यहां विकास को नए स्तरों पर पहुंचाने के लिए हम काम करेंगे। डेका 2009 में असम की मंगलदोई सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़कर पहली बार 15वीं लोकसभा के लिए सांसद चुने गए। वह 31 अगस्त 2009 से मई 2024 तक गृह मामलों की स्थायी समिति में सदस्य रहे।
एक मई 2010 को वह सदस्य लोक लेखा समिति, भारत भूटान संसदीय मैत्री समूह सदस्य, अधीनस्थ संविधान समिति सदस्य, सदन की बैठकों से सदस्यों की अनुपस्थिति संबंधी समिति सदस्य, परामर्शदात्री समिति, पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास और खान मंत्रालय के सदस्य रहे। इसके बाद 16वीं लोकसभा के लिए 2014 में मंगलदोई लोकसभा सीट से दूसरी बार सांसद निर्वाचित हुए।
इस दौरान वह सदस्य परामर्शदात्री समिति, विदेश मंत्रालय और प्रवासी भारतीय कार्य मंत्रालय सदस्य, प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के अंतर्गत केंद्रीय सलाहकार समिति सदस्य, भारत चीन संसदीय मैत्री समूह सदस्य, चाय बोर्ड के सदस्य रहे। 1 सितंबर 2014 से 31 अगस्त 2018 तक गृह मामलों की स्थायी समिति के सदस्य रहे। 29 जनवरी 2015 को सामान्य प्रयोजन समिति सदस्य बने। 3 जुलाई 2015 को उप समिति और अनुमान समिति सदस्य बने। 1 सितंबर 2018 को विदेशी मामलों संबंधी स्थायी समिति के सदस्य बने।