RAIPUR.प्रदेश की साय सरकार के सामने एक बड़ी चुनौती सामने आ रही है। छत्तीसगढ़ में कल यानी 4 जुलाई का दिन खास होने जा रहा है। एक तरफ जहां कल बलौदाबाजार में भीम आर्मी के प्रमुख और नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद पहुंचने वाले हैं। तो वहीं दूसरी तरफ राजधानी रायपुर में प्रदेशभर के मुतव्ल्ली, मौलवी, से लेकर उर्स, अंजुमन, सीरत, मदरसे के प्रमुख इकट्ठा होकर,अल्पसंख्यक समाज के खिलाफ कथित अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाने वाले हैं।
बता दें कि गिरौदपुरी में धार्मिक प्रतीक चिन्ह को क्षतिग्रस्त किए जाने से नाराज छत्तीसगढ़ के सतनामी समाज का आंदोलन और उस दौरान बलौदाबाजार में हुए भीषण अग्निकांड ने जिला प्रशासन को ही नहीं, बल्कि प्रदेश सरकार को हिलाकर रख दिया था। जिसके बाद से अब तक कई लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
भीम आर्मी सांसद चंद्रशेखर आजाद कल बलौदाबाजार आएंगे। इस मामले में भाजपा प्रवक्ता सच्चिदानंद उपासने का बयान सामने आया है उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ अपराध दर्ज है। प्रथम दृष्टया देखकर ही वह आ रहे हैं। पुलिस अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करेगी। समाज विशेष को मोहरा बनाकर अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने का काम किया गया था।उनमें उनकी भी भूमिका थी। पुलिस, प्रशासन उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी।
वहीं मुस्लिम समाज की महासभा को लेकर भाजपा प्रवक्ता सच्चिदानंद उपासने ने कहा कि भाजपा सबका साथ सबका विकास, सबका विश्वास, इस पर विश्वास रखती है। सबसे चाहती है कि देश के संविधान का पालन हो। किसी समाज को टारगेट नहीं किया जा रहा है। सरकार कोई भी हो वे चाहती है कि प्रदेश में शांति व्यवस्था बनी रहे, कानून का पालन होता रहे। असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई होती है। सरकार किसी समाज को टारगेट करने का काम नहीं करती है।
वहीं प्रदेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ कथित अत्याचार और आरोपियों का संरक्षण, इसमें गौरक्षा की आड़ में हत्या, लूट, उगाही और मॉब लिंचिंग जैसे मुद्दे उठेंगे। बीरनपुर, आरंग, तिल्दा के मुद्दे उठाए जाएंगे। जो सरकारी के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होगी।