BILASPUR. छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने प्रदेश के बिलासपुर जिले में मलेरिया व डायरिय से हुई मौत को लेकर स्वास्थ्य सचिव को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था। इस पर स्वास्थ्य सचिव व सीएमएचओ ने अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि मरीजों का उपचार चल रहा है। अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध करायी जा रही है। इस पर चीफ जस्टिस ने उनसे कई सवाल किए और कहा कि उम्मीद करते हैं जल्द व्यवस्था सुधरेगी। उन्होंने दोबारा कई जानकारियां मांगी और आगामी सुनवाई में जवाब देने कहा।
बता दें, हाईकोर्ट ने डायरिया व मलेरिया से हुई मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग को फटकार लगाते हुए मामले का स्वतः ही संज्ञान में लिया था। इस पर स्वास्थ्य सचिव व सीएमएचओ कोर्ट में उपस्थित हुए। उन्होंने जवाब पेश किया।
इस पर चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा ने पीड़ितों के उपचार और अस्पतालों में बिस्तर की उपलब्धता के साथ ही आगे की तैयारियों को लेकर जानकारी मांगी। साथ ही प्रभावी रोकथाम और चिकित्सा व्यवस्था के संबंध में शपथ पत्र के साथ जानकारी पेश करने के निर्देश दिए। इस मामलेेेेेेेेेेेेेेेेेेे की सुनवाई 13 अगस्त को होगी।
मुख्य सचिव ने दिया जवाब
मुख्य सचिव व बिलासपुर सीएमएचओ हाईकोर्ट में जवाब देने पहुंचे थे। उन्होंने कोर्ट के नोटिस का जवाब दिया और बताया कि जिन इलाकों में मलेरिया का प्रकोप है वहां बीमार लोगों के उपचार की व्यवस्था नजदीक के शासकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में की गई है। प्रशासन की ओर से गांव और शहरी इलाकों में लोगों को समझाइश दी जा रही है।
प्रशासन की लापरवाही
अचानक से इस तरह किसी बीमारी का प्रकोप किसी क्षेत्र में बढ़ना साफ तौर पर प्रशासन की लापरवाही को दर्शाता है। समय रहते यदि इन मौसमी बीमारियों के प्रति अभियान चलाया जाता या फिर लोगों को इससे बचाव के उपाय व उपचार के विषय में जानकारी दी जाती तो शायद इन बीमारियों से बीते दिन जान गवाने वाले बच जाते।