WASHINGTON. अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में एक दिलचस्प मोड़ आ गया है। दरअसल, मतदान से 106 दिन पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रविवार देर रात राष्ट्रपति की दौड़ से हटने की घोषणा कर दी है। इस तरह उनके दोबारा से राष्ट्रपति बनने को लेकर चल रही चर्चाओं पर विराम लग गया। इसके साथ ही डेमोक्रेटिक पार्टी से राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी बाइडेन ने बाइडेन ने उपराष्ट्रपति कमला हैरिस (59) का नाम राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में बढ़ाते हुए समर्थन दिया है।
डेमोक्रेट पार्टी से सबसे प्रबल दावेदार कमला अमेरिकी राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ने वाली पहली भारतवंशी होंगी। बाइडेन के चुनावी रेस से बाहर होने के बाद रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि 81 वर्षीय जो बाइडेन के मुकाबले कमला हैरिस को हराना ज्यादा आसान होगा। बता दें कि 81 साल के बाइडेन 1968 के बाद पहले राष्ट्रपति हैं, जिन्होंने चुनाव मैदान से हटने का फैसला किया है। 27 जून को राष्ट्रपति पद की पहली डिबेट में रिपब्लिकन प्रत्याशी डोनाल्ड ट्रम्प से पिछड़ने के बाद से बाइडेन पर भारी दबाव था। बढ़ती उम्र और घटती लोकप्रियता के कारण उन्हें कदम पीछे खींचना पड़ा।
इस ऐलान के दौरान बाइडेन ने कहा कि पार्टी और देश के लिए ये मेरा सबसे बेहतरीन फैसला है। 2020 में कमला को अपना रनिंग मेट चुनना भी मेरा सही निर्णय था। अब हम मिलकर ट्रम्प को चुनाव मैदान में मात देंगे। उन्होंने कहा कि मेरे डेमोक्रेट्स साथियों, मैंने नामांकन मंजूर न करने का फैसला लिया है और अब मैं अपनी पूरी ताकत राष्ट्रपति के तौर पर बाकी मेरे कार्यकाल के दौरान अपने कर्तव्यों को पूरा करने में इस्तेमाल करूंगा
48 घंटे के भीतर बदल गया पूरा सीन
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के दौरान हर पल माहौल बदल रहा है। बाइडेन के चुनाव नहीं लड़ने का सीन 48 घंटे में ही बदल गया। दरअसल, पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने 19 जुलाई को बाइडेन को रेस से हटने की नसीहत दी थी। इसके बाद से ही बाइडेन के हटना लगभग तय माना जा रहा था। पार्टी में ओबामा की पकड़ मजबूत साबित हुई है। जबकि पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन और पूर्व विदेशमंत्री हिलेरी क्लिंटन ने 20 जुलाई को बाइडेन के प्रति समर्थन जताया था, लेकिन रविवार रात बाइडेन के हटने के बाद अब बिल-हिलेरी ने कमला को समर्थन जताया है।