BILASPUR. छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में दुष्कर्म पीड़िता व उसके परिवार पर फर्जी मामले दर्ज कराए जाने को लेकर याचिका दायर की गई थी। याचिका की सुनवाई चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा के बेंच में हुई। कोर्ट ने पुलिस अधिकारी सहित सभी को नोटिस जारी किया है। साथ ही कार्रवाई पर रोक लगा दी है। इसके अलावा राज्य सरकार से पूछा गया कि मामले पुलिस अफसर पर क्या कार्रवाई की गई है।
बता दें, बिलासपुर के उस्लापुर निवासी अतुल सहित 5 ने एडवोकेट अमन सक्सेना के माध्यम से हाईकोर्ट में याचिका लगाई है। इसमें बताया गया है कि रायपुर के टिकरापारा में रहने वाले पीयूष तिवारी ने खुद को पुलिस अधिकारी और अविवाहित बताकर एससी वर्ग की युवती को प्रेम जाल में फंसाया और शादी करने का झांसा देकर दुष्कर्म करता रहा।
बाद में युवती को पता चला कि पीयूष तिवारी पुलिस अधिकारी नहीं है, साथ ही विवाहित भी है। इसके बाद उसने संपर्क खत्म कर लिया और दूसरे युवक से शादी कर ली। लेकिन पीयूष तिवारी ने उसे परेशान करना नहीं छोड़ा और शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव बनाता रहा।
आरोप है कि युवती के ऐसा करने से इनकार करने पर उसने युवती, उसके भाई, उसके पति व पति के भाई के खिलाफ रायपुर, दुर्ग, मुंगेली और बेमेतरा थाने में 8 झूठी एफआईआर दर्ज करा दी। याचिका में बताया गया कि इस काम में आईपीएस अधिकारी और वर्तमान में तीसरी बटालियन अमलेश्वर, दुर्ग में कमांडेंट अरविंद कुजूर ने मदद की। पीड़िता, उसके पति, देवर और भाई के खिलाफ अलग-अलग एफआईआर दर्ज करवाई गई।
एक मामले में जमानत मिलते ही नई एफआईआर दर्ज कर पुलिस सभी को गिरफ्तार कर लेती थी। सुनवाई दौरान बताया गया कि पीड़िता ने आईपीसी की धारा 376, 384 और 420 और एट्रोसिटीज एक्ट की धारा 3(2) के तहत एफआईआर दर्ज कराई है। कोर्ट ने मामले की सुनवाई के दौरान राज्य सरकार, डीजीपी, 6 थानों के टीआई, आईपीएस अरविंद कुजुर और वर्तमान में रायपुर के सेंट्रल जेल में उम्र कैद की सजा काट रहे कैदी पीयूष तिवारी को नोटिस जारी किया है।
आरोपी को उम्रकैद की सजा
मामले में मुख्य आरोपी पीयूष तिवारी को रायपुर की कोर्ट ने आईपीसी की धारा 342, 506 भाग-2 और 376(2) (के) के साथ 1989 के अधिनियम की धारा 3(1) के तहत दोषी ठहराते हुए उम्र कैद की सजा सुनाई है। वर्तमान में वह रायपुर के सेंट्रल जेल में है, लेकिन इसके बाद भी पुलिस ने युवती व उसके परिवार को परेशान करना नहीं छोड़ा है। हाल ही में मुंगेली के जरहागांव थाने में एक और एफआईआर दर्ज करावाई गई है।