BHILAI. देश में समलैंगिगता भले ही बैन हो, लेकिन कई ऐसे एप हैं जो न सिर्फ इसको बढ़ावा दे रहे हैं, बल्कि लोग चोरी छिपे इस एप के जरिए अनैतिक संबंध भी बना रहे हैं। ऐसा ही एक मामला भिलाई में पहली बार सामने आया। जिसमें दो युवकों की एक दिन पहले ग्रिल्डर एप पर दोस्ती हुई और दूसरे दिन दोनों ने रात साथ गुजारी औऱ रात में कुछ ऐसा हुआ कि एक युवक को अपनी जान गंवानी पड़ी।
सुबह आरोपी अनमोल बाहर निकला तो वेदांत के चाचा से सामना हुआ और बहुत ही सामान्य ढंग से नमस्ते बोलते हुए वहां से पैदल चला गया। लेकिन जब कामवाली बाई ने सफाई के लिए कमरा खोला तो सच्चाई सामने आ गई। बदहवास हालत में चाचा ने पुलिस को बुलाया। मामले की गंभीरता को देख क्राइम ब्रांच और वैशालीनगर पुलिस ने मिलकर काम किया और आरोपी को चंद घंटों में ही गिरफ्तार कर लिया। लेकिन जब हत्या का कारण सामने आया तो सबके होश उड़ गए।
17 जून की रात वैशालीनगर निवासी वेदांत शर्मा अपने दोस्त अनमोल राणा को घर लेकर आया। पहले दोनों ने मिलकर खूब शराब पी और फिर अनैतिक संबंध बनाए। इसी बीच दोनों के बीच कुछ ऐसी बात हुई कि अनमोल ने वेदांत का गला ही दबा दिया। शराब के नशे में वह रातभर कमरे में ही बैठा रहा और उसका दोस्त जमीन पर नग्न अवस्था में मरा पड़ा था।
जैसे ही सुबह हुई वह घर से पैदल ही निकल गया और किसी तरह नेहरू नगर चौक तक पहुंचा। जहां फिर से उसने इसी एप से जुड़े एक दोस्त को बुलाया जिसने उसे वैटनरी कॉलेज दुर्ग के हॉस्टल तक छोड़ा। अनमोल राणा हरियाणा के करनाल का रहने वाला है और वह कामधेनू विवि का छात्र है जो हास्टल में रहकर पढ़ाई कर रहा है।
एडिशनल एसपी सुखनंदन राठौर और डीएसपी क्राइम ब्रांच हेमप्रकाश नायक ने मामले का खुलासा कर बताया कि आरोपी इतना शातिर था कि उसने मृतक के मोबाइल से ग्रिल्डर एप को डिलिट भी कर दिया। लेकिन मोबाइल फोन के लास्ट कॉल डिटेल से आऱोपी की पहचान हो गई। एएसपी ने बताया कि आरोपी बचपन से ही इस तरह के समलैगिंग संबंध बनाने का शौकिन था, लेकिन उसे कभी मौका नहीं मिला और उसने पहली बार अप्राकृतिक संबंध बनाने की कोशिश की और इसी बीच आवेश में आकर वेदांत की हत्या कर दी।
अब सवाल यह उठता है कि समाज में जहां समलैगिगता का कोई स्थान नहीं है, ऐसे में इस तरह के एप के जरिए युवाओं के बीच इस तरह के अनैतिक रिश्ते खूब फलफूल रहे हैं। जब तक कोई बड़ी घटना नहीं होती, तब तक सबकुछ पर्दे के पीछे ही चल रहा है, लेकिन भिलाई की इस तरह की घटना के बाद लोग सोचने मजबूर है कि इंटरनेट की इस दुनिया में आखिर गलत एप और साइट पर कब नकेल कसी जाएगी?