BILASPUR. जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। इसमें बैंक में कार्यरत कर्मचारियों के लिप्त होने के कारण जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के स्टाफ उप समिति ने उन्हें बर्खास्त करने का फैसला लिया। वहीं दो कर्मचारियों को डिमोशन करते हुए सजा दी है। बर्खास्त कर्मचारियों पर आरोप है कि बैंक में जमा किसानों की राशि में हेराफेरी करने के अलावा एक मदी की राशि का उपयोग दूसरे मद में करना पाया गया।
बता दें, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक में गड़बड़ी की खबरें लगातार आ रही थी। इसी को ध्यान में रखते हुए जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक की स्टाफ उप समिति की बैठक कलेक्टर एवं प्राधिकृत अधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इसमें उपायुक्त सहकारिता एवं उप पंजीयक विभाग, सदस्य एवं बैंक के मुख्य कार्यपालन अधिकारी भी शामिल हुए।
इस दौरान बैंक के कुछ कर्मचारियों पर गड़बड़ी और किसानों की जमापूंजी गबन करने का गंभीर आरोप लगा था। उसकी जांच कराई गई थी। इस जांच की रिपोर्ट बैठक में पेश की गई। रिपोर्ट में सभी शिकायतों की पुष्टि की गई। जांच समिति ने इन कर्मचारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की अनुशंसा की है। समिति की अनुशंसा पर स्टाफ समिति ने कार्रवाई की है।
इस तरह की कर्मचारियों ने गड़बड़ी
जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक में कार्यरत करुणेश कुमार चंद्राकरर कनिष्ठ लिपिक शाखा अकलतरा, राजकुमार ग्राम डांगरी सेवा सहकारी समिति मर्यादिक कोरबी बैंक शाखा बलौदा का ़ऋणी सदस्य है व लघु कृषक हैं। समिति के द्वारा दीर्घ कृषक के रूप में केसीसी ऋण वितरण पात्रता से अधिक किए जाने संबंधी आरोप की जांच कराई गई। इसमें दोषी पाए गए।
इसके अलावा एक अन्य प्रकरण में शाखा अकलतरा के पुराना रिव्हाल्विंग खाता में 2 मार्च 2013 को एक करोड़ 53 लाख 82 हजार 902 रुपये का तत्कालीन शाखा प्रबंधक द्वारा समायोजन किया गया जो पूर्ण गलत था। राशि का उपयोग समिति का भुगतान करने व धान खरीदी भुगतान के लिए उपयोग कर लिया। इसी तरह से प्रवीण कुमार शर्मा कनिष्ठ लिपिक शाखा मालखरौदा ने पंकज भूषण मिश्रा एवं शांता देवी मिश्रा का संयुक्त खाता सीपत में संचालित है अलग-अलग तिथियों में 95 हजार रुपये आहरण किया।
विरेन्द्र कुमार आदित्य संस्था प्रबंधक शाखा मालखरौदा ने भी बैंक से राशि का आहरण कर लिया। इसी तरह से प्रकाश चंद कुंभज लिपिक सह कंप्यूटर ऑपरेटर ने खाता में अनपोस्टेड खातों से अनियमित तरीके से नकद व ट्रांसफर द्वारा गड़बड़ी की जांच कराने पर गड़बड़ी को सही पाया गया।
शशांक शास्त्री कार्यालय सहायक प्रधान कार्यालय के खिलाफ 2018 से बिना सूचना के लगातार अनुपस्थित रहने के संबंध में आरोप पत्र एवं पूरक आरोप पत्र जारी किया गया।
संतोष कुमार सोनी पर्यवेक्षक शाखा अकलतरा ने पुराना रिवाल्विंग खाता में 23 मार्च 2013 को राशि 15382902 रुपये का तत्कालीन शाखा प्रबंधक द्वारा समायोजन किया गया। जो कि पूर्णतः गलत था।
माधव चौहान शाखा प्रबंधक करगीरोड ने समितियों का केसीसी अंतर्गत ऋण वितरण का समयोजन विलंब में व केशि रेक्टिफिकेशन खाता में जमा किए जाने के संबंध में आरोप पत्र जारी किया गया। वहीं अगस्त 2021 से अब तक 30 से अधिक किसानों के खाते में अनियमित तरीके से राशि नगद एवं ट्रांसफर कर गड़बड़ी की।