BHILAI. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सपनों को साकार करने और ग्रीन एनर्जी की ओर कदम बढ़ाते हुए आज छत्तीसगढ़ के पहले फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट की नींव भिलाई स्टील प्लांट में रखी गई। मरोदा जलाशय में 15 मेगावाट का फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट लगाया जाएगा। इसे एनटीपीसी की एनएसपीसीएल लगाने जा रही है। करीब एक साल के अंदर इस प्रोजक्ट को तैयार किया जाएगा।
ग्रीन एनर्जी की ओर कदम बढ़ाते हुए आज छत्तीसगढ़ के पहले फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट की नींव भिलाई स्टील प्लांट में रखी गई। आज एनटीपीसी के चेयरमैन रविवन्द्र कुमार और बीएसपी के डायरेक्टर इंचार्ज अनिर्बान दासगुप्ता ने इस प्रोजक्ट का शिलान्यास किया।
इस मौके पर डीआईसी अनिर्बान दासगुप्ता ने बताया कि ग्रीन एनर्जी के रूप में यह फ्लोटिंग सोलर प्लांट एक मील का पत्थर साबित होगा। साथ ही इससे मरोदा डेम से पानी का वाष्पीकरण भी कम होगा। साथ ही इस पहल से स्टील प्लांट के कार्बन फुटप्रिंट को काफी हद तक कम करने में मदद मिलेगी।
रामागुंडम में भी है ऐसा ही प्लांट
बता दें कि एनटीपीसी ने इससे पहले रामागुंडम में 100 मेगावाट की क्षमता वाला फ्लोटिंग पावर प्लांट स्थापित किया है। कार्यक्रम में एनटीपीसी के चेयरमैन रविंद्र कुमार ने कहा कि 15 मेगावाट का फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट न केवल एनएसपीसीएल के लिए एक मील का पत्थर है बल्कि पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरुकता और समर्पण का प्रमाण है।