MANEDRAGARH. जिला मुख्यालय मनेंद्रगढ़ से लगे चनवारीडांड इलाके में पत्रकार रईस अहमद की हत्या का खुलासा हो गया है। उसकी पत्नी सफीना खातून के आशिक आरजू खान एवं उसकी बुआ के लड़के खुशी खान ने की थी। इसके बाद शव को घर के पास मैदान में फेंक दिया था। आशिक के घर आने पर मृतक की पत्नी ने ही दरवाजा खोला था। पुलिस ने पत्रकार की आरोपी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है।
मनेंद्रगढ़ से लगे चनवारीडांड के मौहारीपारा में गुरुवार सुबह बत्तीस वर्षीय पत्रकार रईस अहमद का खून से लथपथ शव मिला था। पुलिस जांच में पता चला कि देर रात बाइक से दो युवक रईस अहमद के घर पहुंचे थे।
घटनास्थल पर एसपी चंद्रमोहन सिंह के साथ अंबिकापुर से फारेंसिक टीम एवं सूरजपुर से डॉग स्क्वायड की टीम भी पहुंची। रईस अहमद के घर में खून के छींटे मिले।
प्रथम दृष्टया मृतक रईस अहमद की पत्नी सफीना की भूमिका संदिग्ध मिलने पर उसे हिरासत में लेकर जब कड़ाई से पूछताछ की गई। तब सफीना खातून ने अपने प्रेमी आरजू खान एवं उसके भाई खुशी द्वारा रईस अहमद की हत्या करने की बात कबूल की।
पुलिस जांच में पता चला कि 15 मई की रात करीब दो बजे सफीना का आशिक आरजू खान अपने साथी खुशी के साथ बाइक में मौहारीपारा पहुंचा था। उसने सफीना को फोन किया। सफीना ने घर का दरवाजा खोला। दोनों घर के अंदर आए एवं घर में सो रहे रईस अहमद पर हमला कर दिया। धारदार हथियार से हमला करने के साथ ही मारपीट करते हुए आरोपियों ने गमछे से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। आरोपियों ने शव को पास के नर्सरी मैदान में फेंक दिया और भाग निकले।
इस मामले अब पुलिस ने मृतक की पत्नी सफीना खातून को गिरफ्तार कर लिया है । बाकी दो आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस टीम झारखंड रवाना हो गई है। मृतक रईस अहमद का निकाह सफीना के साथ चार वर्ष पूर्व हुआ था। उसकी तीन वर्ष की बेटी है। एडिशनल एसपी अशोक वाड़ेगांवकर ने बताया कि पुलिस की एक टीम को झारखंड रवाना किया गया है। दोनों आरोपी जल्द गिरफ्तार कर लिए जाएंगे।