BALOD. छत्तीसगढ़ में ठगों का नेटवर्क बढ़ता ही जा रहा है। रेलवे विभाग में टिकट कलेक्टर (TC) के पद पर नौकरी दिलाने के नाम ठगी का मामला सामने आया है। दरअसल, गुरूर ब्लॉक के ग्राम खुंदनी निवासी अक्षय कुमार साहू व दुपचेरा निवासी हरिओम साहू से 24 लाख रुपए की ठगी मामले में गुरूर पुलिस ने दूसरे आरोपी अंकुश मिश्रा को नागपुर से गिरफ्तार किया। इसके बाद कोर्ट में पेश कर रिमांड में भेजा गया।
जानकारी के अनुसार एक माह पहले गिरोह के मास्टरमाइंड डुलेश साहू को गुरूर पुलिस ने गिरफ्तार किया था। अब तक दो आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। वहीं एक आरोपी उत्तम खाण्डेकर फरार है। तीनों आरोपियों ने नौकरी लगाने के नाम पर दोनों युवकों से किस्त में 12-12 लाख रुपए मांगा था। अक्षय कुमार ने बताया कि गांधी चौक वार्ड 13 दल्लीराजहरा निवासी डुलेश साहू ने नौकरी लगाने तीन किस्त में 12 लाख रुपए लिया है।
नौकरी न लगाने पर 12 लाख रुपए वापस करने का वादा किया था लेकिन अब तक पैसा वापस नहीं किया। डुलेश अपने घर में बुलाकर रजिस्टर को दिखाकर भरोसा दिलाया कि इसमें रेलवे में नौकरी के लिए आवेदन देने वालों का नाम पता लिखा जाता है। यह रजिस्टर रेलवे कार्यालय से मिला है। रजिस्टर में रेलवे की सील लगी थी। कई लोगों का आवेदन फोटो सहित व रेलवे का लोगो होने की वजह से उनकी बात पर भरोसा कर लिया।
SBI कस्टमर केयर बनकर निकाल लिए 2.16 लाख
राजधानी के एक युवक से ठगों ने एसबीआई कस्टमर केयर कर्मचारी बनकर ठगी कर ली। आरोपी ने पर्सनल जानकारी लेकर पीड़ित का मोबाइल भी हैक कर लिया। इसके बाद अलग-अलग क्रेडिट कार्ड से 2 लाख 16 हजार रुपए खुद के खाते में ट्रांसफर कर लिए। प्रार्थी ने पुलिस को बताया कि ठगी करने के बाद संदिग्ध मोबाइल नंबर से उन्हें वीडियो कॉल भी आया था।
जानकारी के अनुसार पीड़ित विद्याकांत मिश्रा ने टिकरापारा थाने में एफआईआर दर्ज करवाई। इसके अनुसार वह अपना क्रेडिट कार्ड बंद करवाना चाहता था, जिसके लिए उसके पास 3 मई को एक अनजान नंबर से फोन आया। सामने वाले ने खुद को एसबीआई का कस्टमर केयर बताया। फिर उसने प्रार्थी से क्रेडिट कार्ड का नंबर पूछा और अन्य जानकारी मांगी।
कुछ देर बाद ठग ने मोबाइल को हैक कर लिया, फिर उसने पीड़ित के पहले बैंक अकाउंट से 1 लाख 4 हजार रुपए और दूसरे बैंक अकाउंट से 1 लाख 12 हजार रुपए निकाल लिए।