BIJAPUR. बस्तर में बुलाया गया नक्सली बंद का असर इस बार भी दिखाई नहीं दिया। न सिर्फ जिला मुख्यालय बल्कि अंदरूनी गांवों में नक्सली बंद प्रभावी नहीं दिखा। इस दौरान सुरक्षाबलों की सर्चिंग भी दिखाई पड़ी। और लोगों का आवागमन और दुकानें खुली दिखीं।
पुलिस अधिकारी विनीत साहू DSP DRG ने इस बात का खुलासा करते हुए कहा कि आज नक्सलियों के बंद का पूर्णतः बेअसर रहा। जिला मुख्यालय हीं नहीं अंदरूनी गांव गंगालूर, तिमेड, चेरपाल, कुटरू, आवपल्ली, भोपालपतनम, तारलागुडा समेत जिले के सभी दुकाने खुले रहे। वहीं मार्ग भी खुला रहा, राहगीरों का आना जाना निर्भीक हो कर हो रहा था। वहीं सुरक्षाकर्मी सर्चिंग में लगे रहे।
नक्सलियों के द्वारा इसके पूर्व भी दो बार बंद का असफल आह्वान किया जा चुका है। आज भी जिले के नागरिकों ने नक्सलियों के उम्मीदों पर पानी फेरते हुए बंद को पूरी तरह असफल कर दिया।
अब बीजापुर के नागरिक नक्सलियों के भय और आतंक को नकारते हुऐ शासन-प्रशासन पर भरोसा कर जिले में शांति व्यवस्था के लिए प्रयास कर रहे है। नागरिग और ग्रामीण इनके आंतक और भय के माहौल के विरूद्ध खड़े हुए दिखाई पड़ रहे हैं।
बीजापुर जिला मुख्यालय सहित भोपालपटनम, भैरमगढ़, उसूर सहित अन्य अंदरूनी क्षे़त्रों में नागरिकों एवं व्यापारियों ने भयमुक्त होकर अपने अपने व्यवसाय चालू रखा। कलेक्टर एवं जिला दंण्डधिकारी
अनुराग पाण्डेय ने जिले के जनमानस के सहयोग और हौसला के लिए शुभकामनाएं एवं बधाई देते हुए किसी भी प्रकार के डर भय बिना इन विकास विरोधी तत्वों के विरूद्ध इसी तरह एकजुट रहकर जिले की शांति व्यवस्था और विकास के लिए तत्पर रहने की अपील की है।