DHAMTARI/ JANJGIR. धमतरी के दुगली वन परिक्षेत्र अंर्तगत ग्राम बिरनपारा में एक किसान के बाड़ी में नर तेंदुए का शव मिला है। मृत तेंदुआ लगभग ढाई साल का बताया जा रहा है। जो शिकार की तलाश में बस्ती के नजदीक पहुंचा था। जिसे सुबह मृत अवस्था में पाया गया है। वहीं जांजगी में एक पांच फिट का मगरमच्छ को खुलेआम घूमते हुए पाया गया है।
धमतरी के दुगली वन परिक्षेत्र के बिरनपारा में एक किसान की बाड़ी में नर तेंदुए का शव मिलने के बाद ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन अमला को दिया। सूचना पर वन अमला मौके पर पहुंचकर पंचनामा की कार्यवाही की। और तेंदुए के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
दरअसल दुगली इलाके में लगातर जंगली जनवारों के शिकार होने का मामला सामने आते रहते हैं। इसके बाद भी वन महकमा वन्य प्राणियों की सुरक्षा के लिये संजीदा नहीं दिख रहा है। वन विभाग के अधिकारी सुभाष नेताम वन परिक्षेत्र अधिकारी दुगली की माने तो तेंदुए के शरीर में किसी भी प्रकार का गंभीर चोट नहीं है। यही वजह है कि विभाग तेंदुए की शिकार से इंकार कर रहा है, लेकिन आए दिन तेंदुए की मौत होना भी विभाग के लिए चिंताजनक है।
ग्रामीणों ने किया मगरमच्छ का रेस्क्यू
इधर, जांजगीर-चाम्पा के अकलतरा क्षेत्र के कोटमीसोनार में कर्रानाला के पास 5 फीट का मगरमच्छ खुले में घूमते मिला। जिसे ग्रामीणों ने रेस्क्यू कर छ्ग के एकमात्र क्रोकोडायल पार्क कोटमीसोनार में छोड़ दिया है।
ग्रामीणों ने कर्रानाला के पास मगरमच्छ घूमने की जानकारी पार्क के केयरटेकर सीताराम को दी तो वे ग्रामीणों के साथ पहुंचे और सभी की मदद से मगरमच्छ को पकड़ा। वहां से क्रोकोडायल पार्क लाया गया और फिर मगरमच्छ को पार्क में छोड़ा गया।
आपको बता दें, कोटमीसोनार गांव में आए दिन गलियों और खेतों में मगरमच्छ मिलते रहते हैं, जिसे पकड़कर क्रोकडायल पार्क में छोड़ा जाता है। छ्त्तीसगढ़ का एकमात्र क्रोकोडायल पार्क कोटमीसोनार में है, जहां तीन सौ से ज्यादा मगरमच्छ हैं।