RAIPUR. लोकसभा चुनाव के लिए छत्तीसगढ़ मतदान समाप्त होने के बाद भाजपा और कांग्रेस में पक्ष विपक्ष की लड़ाई शुरु हो गई है। राजीव गांधी भूमिहीन मजदूर योजना का नाम दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर किया गया है। छत्तीसगढ़ में योजनाओं का नाम बदले जाने पर बवाल मच गया है।
इस मामले में कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला का कहना है कि भाजपा सरकार नक्कालों की सरकार है, सिर्फ नकल करती है। राज्य में भूमिहीन मजदूरों के लिए कांग्रेस सरकार ने योजना बनाई थी, लेकिन इसका श्रेय लेने के लिए BJP ने नाम बदल दिया है।
वहीं, कांग्रेस के इस आरोप पर डिप्टी CM अरुण साव का कहना है कि नाम बदलने की शुरुआत कांग्रेस ने की थी। पिछले पांच साल में कांग्रेस सरकार ने कोई नया काम नहीं किया। बल्की पूर्ववर्ती BJP सरकार की सभी योजनाओं का नाम बदलकर चलाया। आज हमारी सरकार राज्य में अच्छा काम कर रही है तो कांग्रेस के लोग बयानबाजी कर रहे हैं।
वहीं, छत्तीसगढ़ में नक्सलियों से दोस्ती को लेकर एक बार फिर राजनीति गरमा गई है । छग के उप मु्ख्यमंत्री अरुण साव ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस और नक्सलियों के बीच अच्छे संबंध है,
इसलिए पिछले पांच सालों में सरकार ने नक्सलियों के खिलाफ एक भी बार कड़े कदम नहीं उठाए। आज भाजपा की सरकार में सुरक्षा बल अच्छा काम कर रहे हैं और नक्सलियों के खिलाफ एक्शन ले रहे तो कांग्रेस नेताओं के पेट में दर्द क्यों हो रहा है ।
वहीं, नक्सलियों से दोस्ती के आरोप पर सुशील आनंद शुक्ला ने पलटवार करते हुए कहा कि नक्सलियों से दोस्ती BJP की रही है, कांग्रेस ने तो अपने नेता खोए हैं । BJP सरकार ने नक्सलियों को संरक्षण दिया इसलिए झीरम कांड हुआ, वनवासी कल्याण आश्रम तो नक्सलियों की शरणस्थली रहा है, जबकी कांग्रेस की सरकार में नक्सल घटनाओं में 80% कमी आई थी ।