KAWARDHA. जिले में वन विभाग का बड़ा भ्रष्टाचार सामने आया है। जहां पंडरिया में वन विभाग के एसडीओ व रेंजर ने नियम विरुद्ध कार्य कर लगभग 60 लाख रुपये का आहरण किया है। यह राशि सिर्फ दो प्रकार के कार्यों की है। अगर यहाँ हुए अन्य और कार्यों की जांच की जाए तो कई बड़े भ्रष्टाचार सामने आ सकते हैं।
दरअसल, वन परिक्षेत्र पश्चिम पंडरिया में नरवा विकास योजना के तहत कैम्पा मद से वन विभाग के द्वारा ग्राम दमगढ़ में 40 लाख की लागत से अलग अलग स्थानों पर अर्दन डेम बनाया गया है। वहीं ग्राम दीवान पटपर के कांदाखोदरी नाला में 20 लाख रुपये का दो नग परकुलेशन टैंक निर्माण कराया जा रहा है। इस कार्य को कराने के लिए ग्रामीण यांत्रिकी विभाग के एसओआर 2021 का दर अनुसार स्टीमेट बनाकर कार्य की लागत राशि तय किया गया था।
इसके अनुसार ये सभी निर्माण कार्यों को सिर्फ मजदूरों से कराना था और उन्हें बैंक खाता के माध्यम से भुगतान करना था। लेकिन विभाग के रेंजर व एसडीओ ने ऐसा नहीं किया और भ्रष्टाचार करने की मंशा से सभी निर्माण कार्यों को जेसीबी मशीन व ट्रैक्टर से कराया। जिसकी लागत मजदूरों की तुलना में तीन गुना कम लगता है। वहीं निर्माण कार्य पूरा कराने के बाद फर्जी मस्टर रोल व बिल बाउचर बनाकर राशि का आहरण कर लिया गया है।
तकनीकी विशेषज्ञों कि माने तो इन सभी कार्यों को मशीन से कराने पर अठारह से बीस लाख रुपये ही खर्च होंगे, इस तरह लगभग चालीस लाख रुपए का भ्रष्टाचार इन निर्माण कार्यों में झलक रहा है। अगर इस परिक्षेत्र हुए अन्य और निर्माण कार्यों की जांच की जाए तो भ्रष्टाचार के कई तथ्य निकलकर सामने आएंगे।
इस मामले के उजागर होने के बाद क्षेत्रीय विधायक भावना बोहरा और डीएफओ शशिकुमार ने कहा है कि जांच कराने के बाद जो तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर दोषियों पर कारवाई की जाएगी।