BILASPUR. मस्तूरी थाना क्षेत्र में रेत से भरे हाईवा को खाली करते समय लाश मिलने से हड़कंप मच गया। रेत खाली कर रहे लोग हक्का-बक्का रह गए। आखिर रेत के साथ लाश कहां से आ गया जब करीब जाकर देखा तो पता चला कि रेत में हाईवा के हेल्पर की ही लाश है। इसकी सूचना पुलिस को दी गई पुलिस मौके पर पहुंची और मामला दर्ज कार्यवाही में जुट गई है।
बता दें, जानकारी के मुताबिक बुधवार की रात मस्तूरी पुलिस को सूचना मिली की जीआरईफ्रा.प्रोजेक्ट लिमिटेड ग्राम रलिया जहां पर 6 लेन सड़क बनाया जा रहा है। उसी कंपनी का स्टोर मटेरियल डंप करने एक जगह को चिन्हांकित कर उसी जगह पर मटेरियल को मिलाकर बन रहे सड़क पर सप्लाई करता है।
उसी जगह में उसी कंपनी की हाईवा से रेत डंप किया जा रहा था। जिसे आसपास के कर्मी देख रहे थे। जब रेत गिराया जा रहा था तो उसमें किसी इंसानी पैर की तरह पंजा दिखाई दे रहा है। इसके बाद मौके पर हड़कंप मच गया। पुलिस को इसकी सूचना दी गई।
मौके पर पहुंचकर पुलिस ने रेत के अंदर खुदाई करवाई जहां लाश मिली। मृतक की पहचान उसी हाईवा के हेल्पर मोनू रजक उम्र 18 वर्ष निवासी घुरू बिलासपुर के रूप में हुई। इसके बाद हाइवा क्रमांक सीजी 07 सीएन 9376 के ड्राइवर हेमचंद लहरे से पूछताछ की।
उसने बताया कि वह अपने हेल्पर को लेकर पचपेड़ी थाना क्षेत्र के ग्राम अमलीडीहा रेत घाट रेत लाने गया था जो हाईवा के ऊपर बैठकर पोकलेन से रेत भरवा रहा था फिर अचानक से कही गायब हो गया।
उसकी खोजबीन भी की गई लेकिन उसका पता नहीं चला। बाद में हाईवा लेकर ड्राइवर आ गया और रेत खाली करवाने लगा। तभी खाली कर रहे रेत से हेल्पर की लाश निकली है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
पोकलेन से दबने की आशंका
जानकारी के मुताबिक मृतक मोनू हाईवा के ऊपर बैठकर रेत पोकलेन की मदद से भरवा रहा था।
अंदाजा लगाया जा रहा है कि रेत भरवाते समय पोकलेन की चपेट में आने से मोनू की मौत हुई होगी। फिलहाल पुलिस जांच में जुटी हुई है।