RAIPUR. मलमास आज से शुरू हो गया है। करीब 24 साल बाद ऐसा विशेष संयोग बना है। सन 2000 के बाद 2024 में ऐसा विशेष संयोग बन रहा है कि मई और जून माह में विवाह के कोई मुहूर्त नहीं हैं। इस दौरान यानी एक महीने तक विवाह, गृह प्रवेश, विभिन्न संस्कार और अन्य शुभ कार्यों पर विराम लग जाएगा। आइए विस्तार से जानते हैं एक महीने के मलमास के बारे में-
ज्योतिष के मुताबिक 14 मार्च को दोपहर 12.34 बजे जैसे ही सूर्य मीन राशि में प्रवेश करेगा, वैसे ही एक माह का मलमास (मीनार्क मास) शुरू हो जाएगा। यह मीनार्क मास 13 अप्रैल को सूर्य के मीन राशि से निकल कर मेष राशि में प्रवेश करने पर समाप्त होगा।
इस दौरान विभिन्न अनुष्ठानों पर लगे प्रतिबंध भी समाप्त हो जाएंगे। मंगल 15 मार्च की शाम 6.08 बजे कुंभ राशि में प्रवेश करेगा। 17 मार्च की सुबह 4.33 बजे शनि ग्रह उदित होंगे। इसी दौरान होलाष्टक लग जाएगा। होलिका दहन के साथ होलाष्टक का समापन होगा।
ज्योतिषाचार्य पंडित गिरीश व्यास के मुताबिक सूर्य अंतरिक्ष का केंद्र है और गुरु सबसे बड़ा ग्रह है। नौ ग्रहों में धनु और मीन राशि का स्वामी गुरु है। जब भी वर्ष में एक बार सूर्य, गुरु प्रधान राशि में प्रवेश करता है तो एक तरह से लोपित हो जाता है। सूर्य, सभी मांगलिक कार्यों का अधिष्ठाता गृह है। इसीलिए सूर्य के मीन राशि में प्रवेश करते ही मलमास मीनार्क लग जाता है।
ज्योतिषाचार्य पंडित गिरीश व्यास के मुताबिक देवशयनी एकादशी से पहले विवाह के सिर्फ 5 मुहूर्त होंगे। 17 जुलाई को देवशयनी एकादशी है। इसके बाद 21 नवंबर को देवउठनी एकादशी तक कोई विवाह मुहूर्त नहीं होगा। देवशयनी एकादशी के पहले अप्रैल में 18 और 26 तारीख को व जुलाई में 9, 11 और 12 तारीख को विवाह के शुभ मुहूर्त हैं।
देवेंद्र नगर हनुमान मंदिर पुजारी पंडित अशोक त्रिपाठी के अनुसार इस साल विवाह के सिर्फ 77 मुहूर्त हैं जबकि पिछले साल 81 मुहूर्त थे। इस साल 31 मार्च तक 4 ग्रह राशि परिवर्तन करेंगे। मीन राशि में सूर्य के प्रवेश करते ही एक माह के लिए मलमास का प्रारंभ हो जाएगा। इसके चलते विवाह जैसे शुभ, मांगलिक कार्य पूर्ण रूप से प्रतिबंधित रहेंगे।