DURG. छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में चोरी के मामले में पुलिस का एक गजब चेहरा सामने आया है। चोरी के माल को पुलिस ने जब्त कर लिया और प्रार्थी को सुपुर्दगी देने के बजाय खुद रख लिया। मामले का खुलासा होने और मीडिया तक बात पहुंचने के बाद अब विभाग इसे दबाने में लगा है। शिकायत के बाद संबंधित आरक्षक को लाइन अटैच किया गया है। वहीं दुर्ग SP आरक्षक का काम संतोषजनक नहीं होना बता रहे हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक सिंधिया नगर दुर्ग निवासी विवेक द्विवेदी के यहां बीते वर्ष चोरी की घटना हुई थी, जिसमें उनके घर से 35 हजार रुपये नकद और करीब 7 तोला से अधिक सोना चोरी हो गया था। मोहन नगर थाने में इसकी रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। उस वक्त आरोपी का पता नहीं चला। कुछ माह पहले दुर्ग पुलिस की टीम ने आरोपी पीतांबर राव (55 वर्ष) को पकड़ा। पूछताछ में इस चोरी का खुलासा हुआ। उसे मोहन नगर थाने को सौंपा गया।
मामले की विवेचना कर रही महिला आरक्षक को सोने के जब्त जेवरात भी सौंपे गए, लेकिन विवेचक ने जब्त सोने के जेवर को मालखाने में जमा करने के बजाय सोना अपने पास रख लिया। महिला आरक्षक पर आरोप है कि उसने सोने को गायब किया है। सिंधिया नगर निवासी विवेक द्विवेदी ने सोना सुपुर्दगी के लिए कोर्ट में आवेदन लगाया। कोर्ट आदेश को लेकर वह थाने पहुंचा तब सोना प्रार्थी को सुपुर्दगी मिलने के बजाय थाना से ही गायब मिला।
सुपुर्दगी लेने पहुंचा तब खुला राज
दुर्ग निवासी प्रार्थी विवेक द्विवेदी को आरोपी के पकड़े जाने की खबर लगी। उन्होंने चोरी के सामान की सुपुर्दगी के लिए कोर्ट से आदेश लिया और थाना पहुंचा। उन्हें पता चला कि उनका सामान थाने में नहीं है, जबकि पुलिस ने उसे जब्ती बताया था। ऐसा बताया जा रहा है कि विवेक द्विवेदी की पत्नी पूर्व में सुपेला थाने में पदस्थ रहे एक थानेदार की बहन है। बावजूद इसके मोहन नगर थाने से उनका जब्ती का सामान गायब हो गया। अब सवाल उठ रहा है कि पुलिस से जुड़े परिवार का सामान थाने से गायब हो गया तो आम जनता को पुलिस का कितना सहयोग मिलता होगा।
सोना लौटाकर मामला दबाने की कोशिश
ऐसी चर्चा है कि पुलिस अधीक्षक ने हवलदार से प्रार्थी का सोना लौटाने को कहा है। सोना नहीं लौटाने पर FIR की बात कही गई थी। इस बीच हवलदार ने कुछ सोना लौटाकर मामला सुलझाने का भी प्रयास किया है, लेकिन प्रार्थी का पूरा सोना नहीं मिल पाया। वहीं इस मामले में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी कुछ भी कहने से बचते नजर आ रहे हैं।
आरक्षक का काम संतोषप्रद नहीं:SP
मामले की शिकायत विवेक द्विवेदी और थानेदार की बहन ने पुलिस अधीक्षक से की, जिस पर तत्काल एसपी ने महिला विवेचक को मोहन नगर थाने से पुलिस लाइन भेज दिया है। इस मामले में तीरंदाज ने एसपी जितेंद्र शुक्ला से बात की तो उन्होंने आरक्षक का काम संतोषप्रद नहीं होना बताते हुए लाइन अटैच करने की बात कही। चोरी का सामान आरक्षक द्वारा गायब किए जाने पर उन्होंने एक कार्यक्रम में होने की बात कहते हुए फोन काट दिया।