RAIPUR. छत्तीसगढ़ सहित देशभर में सुर्खियों में चल रहे महादेव ऑनलाइन बैटिंग एप मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के प्रतिवेदन पर आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने साजिश,जालसाज़ी और भ्रष्टाचार का केस दर्ज किया है। महादेव ऐप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर,शुभम सोनी, रवि उप्पल सहित कई कारोबारियों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। EOW ने इस केस में अज्ञात पुलिस अफसरों और कर्मचारियों को भी आरोपी बनाया है।
मिली जानकारी के मुताबिक प्रवर्तन निदेशालय ने प्रतिवेदन में किसी भी किसी पुलिस अफसर का नाम शामिल नहीं किया है, जबकि ED ने आरोपियों के बयान और इनकम टैक्स (IT) जांच के आधार कई पुलिस अधिकारियों-कर्मचारियों के नाम सामने आने की बात कही थी। अब इस मामले की जांच एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) और आर्थिक अपराध शाखा (EOW) की नई टीम जांच करेगी। पुरानी टीम का अभी हाल ही में तबादला हो गया है।
बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय के प्रतिवेदन पर ACB-EOW ने कोयला घोटाला, शराब घोटाला, डीएमएफ घोटाला और कस्टम मिलिंग में मामले का केस दर्ज किया है। 100 से ज्यादा लोगों पर एफआईआर दर्ज किया गया है। पिछले ढाई महीने में ACB-EOW में यह छठवीं एफआईआर दर्ज की गई है । पिछले केस में भी ED के प्रतिवेदन के आधार पर नेताओं, पूर्व मंत्री, विधायक और IAS और रिटायर्ड IAS खिलाफ FIR दर्ज की गई थी।
प्रदेश में हुए कथित शराब घोटाले और आबकारी में गड़बड़ी को लेकर की गई FIR में जांच शुरू हो गई। इस मामले पर EOW की टीम ने 13 से ज्यादा जगह पर छापेमारी भी की थी। बाकी केस में अभी जांच शुरू नहीं हुई है। जल्द ही बाकि केस में नई टीम जांच करेगी। ACB ने फरवरी में रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग समेत कई जिलों में शराब घोटाले मामले में शामिल लोगों के यहां दबिश दी थी। इसमें नेता, अफसर और शासन के कर्मचारी शामिल हैं।