KAWADHA. कवर्धा के पंडरिया में बैगा जनजाति के तीन लोगों की मौत के मामले में आज कांग्रेस के सदस्यों ने छत्तीसगढ़ विधानसभा में जमकर हंगामा किया । कांग्रेस के सदस्यों में इस मामले में शून्यकाल में स्थगन प्रस्ताव लाकर इस पर चर्चा कराने की मांग की।
अपनी मांग को लेकर उन्होंने सदन में जमकर नारेबाजी की, गर्भ गृह में प्रवेश कर वहां पर धरने पर बैठ गए । इतना ही नहीं दिन भर के लिए कार्यवाही का बहिष्कार भी किया ।
हंगामा और नारेबाजी की वजह से सदन की कार्रवाई को दो बार स्थगित भी करना पड़ा।
कांग्रेस के सदस्यों में आज कवर्धा जिले के पंडरिया इलाके के नागाडबरा गांव में बैगा जनजातियों की तीन लोगों की हत्या का मामला उठाते हुए इस मामले में पुलिस की जांच पर प्रश्न चिन्ह खड़ा किया । उन्होंने इस मामले में लाए गए स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा कराए जाने की मांग।
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि जमीन हड़पने की वजह से ये हत्या की गई थी । पुलिस ने इसे आत्म हत्या का रूप देने की कोशिश की जब हमने इस मामले में स्थान प्रस्ताव लाया तो एक दिन पहले 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया ।
इस मामले में शासन का पक्ष रखते हुए गृह मंत्री विजय शर्मा की अनुपस्थिति में कैबिनेट मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल बताया कि पुलिस जांच में बैगा जनजाति के तीनों लोगों की हत्या का खुलासा हुआ है ।एक नाबालिक सहित कुल तीन की हत्या हुई थी। प्रथम दृष्टया आगजनी से मौत का मामला दर्ज किया गया था ।
इस मामले में कांग्रेस सदस्यों की हंगामा और दिन भर के कार्रवाई के बहिष्कार किए जाने पर भाजपा के वरिष्ठ विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि भूपेश बघेल हिमाचल प्रदेश पर्यटन से लौटकर अपनी उपस्थिति दर्ज कर रहे हैं । बैगा लोगों की मौत आपसी रंजिश का परिणाम है । फोरेंसिक रिपोर्ट आने में समय लगेगा,उसके बाद कार्रवाई की जाएगी । भूपेश बघेल को स्वयं सक्रियता बताना था इसलिए दिन भर के लिए आज बहिष्कार किए हैं ।
इस मामले में स्थगन प्रस्ताव ले जाने और इस पर चर्चा होने के 1 दिन पहले पुलिस ने जिस तरह से आनन फानन में 14 लोगों को गिरफ्तार किया है उससे उसकी जांच पर सवाल उठना लाजमी है । अब देखना यह होगा कि सदन में मामला उठने के बाद पुलिस इस मामले को कितनी गंभीरता से लेती है ।