BHILAI. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भिलाई के इंडियन इंस्टीट्यूट टेक्नोलॉजी (IIT) के परिसर को राष्ट्र को समर्पित किया। उन्होंने जम्मू से वर्चुअल कार्यक्रम में IIT भिलाई के साथ ही धमतरी जिले के कुरुद और कवर्धा में केंद्रीय विद्यालय के नए बने भवनों का भी लोकार्पण किया। छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णु देव साय भिलाई IIT से ऑनलाइन लोकार्पण कार्यक्रम में जुड़े। CM साय ने भिलाई को मिले IIT का श्रेय पूर्व विधायक और मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय (PPP) को दिया।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भिलाई के उच्च तकनीकी राष्ट्रीय संस्थान IIT के स्थाई परिसर को राष्ट्र को समर्पित करने के लिए पीएम मोदी का आभार जताया। 450 एकड़ में IIT का कैंपस डेवलप किया जा जा रहा है। कार्यक्रम में सांसद विजय बघेल, विधायक डोमनलाल कोर्सेवाड़ा, दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चन्द्राकर, पूर्व मंत्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय, पूर्व मंत्री रमशीला साहू, भिलाई आईआईटी के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के चेयरमैन के. वेंकटरमनन और निदेशक प्रो. राजीव प्रकाश भी लोकार्पण कार्यक्रम भिलाई के कार्यक्रम में शामिल हुए।
CM विष्णु देव साय ने भिलाई IIT में कहा कि छत्तीसगढ़ के लिए आज गौरव का दिन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू से देश के लिए 32 हजार करोड़ रुपये की 220 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण, शिलान्यास और उद्घाटन किया है। इसमें छत्तीसगढ़ के तीन शैक्षणिक संस्थान भी शामिल है। मैं प्रधानमंत्री को इसके लिए धन्यवाद देता हूं और उनके प्रति आभार प्रकट करता हूं। उन्होंने IIT भिलाई परिवार को सर्वसुविधायुक्त स्थाई कैंपस मिलने पर बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह आईआईटी शिक्षा के सर्वोच्च शिखर को छूएगा। सीएम ने कहा कि रमन सिंह के कार्यकाल में IIT की नींव रखी गई और इसमें पूर्व मंत्री प्रेम प्रकाश पांडेय की सक्रिय भूमिका रही।
सांसद विजय बघेल ने कहा कि यह हम सबका सौभाग्य है कि हम पीएम मोदी के हाथों भिलाई आईआईटी को राष्ट्र को समर्पित करते देखने के साक्षी हैं। पीएम ने आज देश भर में अनेक उच्च शिक्षण संस्थानों का लोकार्पण और उद्घाटन किया है। देश के युवाओं को आज बड़ी सौगात मिली है।
भिलाई आईआईटी के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के चेयरमैन के. वेंकटरमनन और निदेशक प्रो. राजीव प्रकाश ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। भिलाई IIT के रजिस्ट्रार सेवानिवृत्त विंग कमांडर डॉ. जयेश चन्द्र एस. सहित आईआईटी के फैकल्टी और स्टूडेंट्स बड़ी संख्या में मौजूद रहे।
बता दें कि अभी IIT में अभी हजार से ज्यादा छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। 2016 में शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज रायपुर में कक्षाएं प्रारंभ हुई थी। परिसर की कई भवनें छत्तीसगढ़ की नदियों और पहाड़ों के नाम परभारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान भिलाई में अभी एक हजार से ज्यादा छात्र-छात्राएं इंजीनियरिंग की 11 शाखाओं (Branches) में पढ़ाई कर रहे हैं। वर्ष 2016 में IIT के अस्थाई परिसर शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज रायपुर में कक्षाएं लगना प्रारंभ हुई थीं। अगस्त-2023 से भिलाई स्थित परिसर में कक्षाएं लग रही हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी ने 14 जून 2018 को भिलाई में आईआईटी परिसर के निर्माण की आधारशिला रखने के बाद 8 जुलाई 2020 से इसका निर्माण शुरू हुआ था। आईआईटी भिलाई का परिसर 400 एकड़ में फैला है।
भवन निर्माण के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा 1090 करोड़ 18 लाख रुपये की स्वीकृति दी गई। कैंपस में लेक्चर हाल, सेमिनार रूम, क्लास रूम आदि बनाए हैं। यहां निर्मित कई भवनों के नाम छत्तीसगढ़ की प्रमुख नदियों और पहाड़ों के नाम पर इंद्रावती, शिवनाथ, कन्हर, मैनपाट, गौरलाटा, सिहावा, पेलमा इत्यादि रखे गए हैं।