RAIPUR. छत्तीसगढ़ विधानसभा में बजट पर चर्चा मंगलवार को दूसरे दिन भी जारी रही। बजट पर चर्चा के दौरान बस्तर में नक्सलवाद की वजह को लेकर जमकर हंगामा हुआ। वित्तमंत्री ओपी चौधरी ने बजट पर चर्चा का जवाब देते हुए पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव के फाइनेंशियल रिफॉर्म्स को याद किया। साथ ही उनके शव को कांग्रेस मुख्यालय में नहीं ले जाने की घटना का भी जिक्र किया। इस पर सत्तापक्ष और विपक्ष के सदस्यों के बीच नोकझोंक भी हुई।
वित्तमंत्री ओपी चौधरी ने बस्तर में नक्सलवाद का कारण गिनाते हुए कहा कि 60 साल तक कांग्रेस की सरकारों ने बस्तर में विकास को रोक रखा था। विकास के अभाव में बस्तर में नक्सलवाद का पदार्पण हुआ। बस्तर 40,000 वर्ग किलोमीटर का एक जिला हुआ करता था जो केरल से भी काफी बड़ा था। वित्तमंत्री ओपी चौधरी ने भ्रष्टाचार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि हमारी सरकार चिंगरी मछली से लेकर बड़ी मछली और मगरमच्छ को भी पकड़ने का काम करेगी। तकनीक के सहारे हम बड़ा लक्ष्य हासिल करेंगे।
उन्होंने धान की कीमत को लेकर विपक्ष के सवालों का जवाब भी दिया। इससे पहले विपक्षी सदस्यों ने भी बजट में सामान्य चर्चा में हिस्सा लिया। विपक्ष के सदस्यों ने जहां महतारी बंधन योजना, पुलिस वेलफेयर, अधिकारी कर्मचारियों के लिए बजट में प्रावधान नहीं होने का मुद्दा उठाया।
संस्कृति का मजाक उड़ाने को लेकर सत्तापक्ष पर हमला बोला। धान की कीमत से लेकर महतारी वंदन योजना के तहत रखे गए मापदंडों को लेकर निशाना साधा। वहीं सत्तापक्ष के सदस्य राज्य सरकार की तारीफों के पुल बांधते नजर आए। बजट पर सामान्य चर्चा में दो दर्जन से अधिक विधायकों ने अपने पक्ष रखें। इस दौरान कांग्रेस विधायक कुंवर सिंह निषाद के गाना गाने को लेकर सदन में जमकर हंगामा भी हुआ।