WHATSAPP. डीपफेक और फेक कंटेंट आज के समय में बड़ी चुनौती है। दुनिया भर के देश इस चुनौती से जूझ रहे है। एआई-जनरेटेड गलत सूचना के बढ़ते खतरे से निपटने के लिए फैक्ट चेकिंग संस्थाओं का संगठन
मिसइनफाॅर्मेशन काॅम्बैट एलायंस ने इंस्टैंट मैसेजिंग एप व्हाट्स पर एक डेडिकेट फैक्ट-चेकिंग हेल्पलाइन शुरू करने के लिए मेटा के साथ हाथ मिलाया है।
यह हेल्पलाइन मार्च 2024 में लांच होने वाली है। इस पहल का मकसद आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करके बनाई गई। फर्जी मीडिया के प्रसार का मुकाबला करना है।
व्हाट्सएप् हेल्पलाइन पर प्राप्त होने वाली सभी इन बाउंड मैसेज को प्रतिबंधित करने के लिए एमसीए एक केन्द्रीय डीपफेक एनालिसिस यूनिट स्थापित करेगा।
रोकेगा गलत सूचना के प्रसार को
व्हाट्सएप हेल्प लाइन से डीपफेक एनालिसिस यूनिट देश में सोशल मीडिया और इंटरनेट यूजरों के बीच एआई इनेबल गलत सूचना के प्रसार को रोकने के लिए महत्वपूर्ण और समय पर हस्तक्षेप के रूप में काम करेगी।
इस पहल में मेटा के सहयोग से आईएफसीएन के हस्ताक्षरकर्ता तथ्य जांचकर्ता, पत्रकार, आम तकनीकी पेशेवर, अनुसंधान प्रयोगशालाएं और फोरेंसिंक विशेषज्ञ एक साथ आएंगे।
3 क्षेत्रीय भाषाओं में चैटबाट
इस सेवा के अंतर्गत यूजर व्हाट्सएप् पर सीधा चैटबाट के माध्यम से अपने सवालों के उत्तर पा सकेंगे।
यूजर अंग्रेजी और 3 क्षेत्रीय भाषाओं में इस व्हाट्सएप् चैट बाट का उपयोग कर पाएंगे।