BILASPUR.सरकारी कार्यालयों में कर्मचारी अक्सर ड्यूटी के दौरान अपने डेस्क पर कम ही मिलते है। वहीं कई बार तो समय पर दफ्तर भी नहीं पहुंचते है। इसकी जानकारी अधिकारियों को होती ही नहीं है। बुधवार को जिला कलेक्टर एक्शन मूड में नजर आए और सभी कार्यालयों का निरीक्षण करने का मन बनाया। संयुक्त जिला कार्यालय की विभिन्न शाखाओं और न्यू कंपोजिट बिल्डिंग में पहुंचे जहां पर एक दर्जन से अधिक कर्मचारी अनुपस्थित मिले। जिसके बाद कलेक्टर ने वेतन काटने का आदेश दिया।
बता दें, कार्यालयों का दौरा बुधवार को जिला कलेक्टर अवनीश शरण ने किया। वे सुबह 11 बजे आकस्मिक निरीक्षण के लिए पहुंचे। कार्यालयों में 11 बजे तक बहुत से कर्मचारी अनुपस्थित रहे। कलेक्टर ने नाराजगी जाहिर की और शोकाज नोटिस देते हुए सभी अनुपस्थित कर्मचारियों के एक दिन का वेतन काटने के आदेश दिए।
पद नाम हो डेस्क पर
कलेक्टर ने कहा कि आम जनता को कार्यालयों में हमेशा काम रहता है। वे कार्यालय में भटकते रहते है। इसलिए प्रत्येक कर्मचारी के डेस्क पर उनका पद नाम अनिवार्य रूप से लिखने कहा ताकि आम जनता को काम के दौरान किसी तरह की परेशानी न हो।
च्वाइस सेंटर की आईडी जब्त
कलेक्टर श्रम कार्यालय भी पहुंचे जहां पर एक महिला श्रमिक ने नाम सुधारने के लिए च्वाइस सेंटर संचालक के द्वारा 30 रूपये के जगह 50 रूपये लेने की बात बताई। जिसके बाद कलेक्टर ने उस च्वाइस सेंटर की आईडी जब्त कर कार्रवाई करने कहा।
ये कर्मचारी रहे अनुपस्थित
कलेक्टर जब कार्यालयों का निरीक्षण कर रहे थे तब लगभग साढ़े 11 बजे तक जिला कार्यालय के 11 कर्मचारी गैर हाजिर पाए गए। उन्हें नोटिस जारी किया गया है। इनमें से 10 विभिन्न शाखाओं के र्मचारी और एक भृत्य शामिल है। केके पड़वार, सुषमा ताम्रकार, प्रमोद दुबे, रौनक शर्मा, मेघा छाबड़ा, रीना सोनी, मनीष जायसवाल, शशि कैवर्त्य, दिव्या आयु, प्रीति राजगीर व भृत्य तुषार वैष्णव गायब थे। इन्हें नोटिस दिया गया।