RAIPUR. छत्तीसगढ़ विधानसभा के छठवें दिन प्रश्नकाल में आज ओल्ड पेंशन स्कीम का मामला जमकर गूंजा । भारतीय जनता पार्टी के विधायक सुशांत शुक्ला और भावना बोहरा ने यह मामला उठाते हुए एक के बाद एक कई सवाल पूछे।
जिस पर जवाब देते हुए वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने इस योजना को लेकर शासकीय अधिकारियों और कर्मचारियों को ठगा है उनकी नजर इस योजना के 19136 करोड़ रुपए पर टिकी थी।
सदन में सत्ता पक्ष के विधायक सुशांत शुक्ला ने अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए एनपीएस के स्थान पर ओपीएस पेंशन योजना कब प्रारम्भ की गई, ओपीएस पेंशन हेतु क्या प्रावधान हैं, अपनी राशि केंद्र सरकार से राज्य सरकार को कब प्राप्त हुई ?
इस पर वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कहा- तत्कालीन राज्य सरकार ने एनपीएस सिस्टम को समाप्त कर ओपीएस सिस्टम लाया था । कर्मचारियों को कौन सी योजना अच्छी लग रही थी कौन सी नहीं ये उनका प्रश्न है ।
मुझे लगता है तत्कालीन सरकार की गिद्ध दृष्टि 19 हजार 136 करोड़ रुपए पर थी । वो चाहते थे कि पैसा को रख लिया जाए । नियमानुसार वर्तमान में जो सरकार रहती है उसे एनपीएस के अनुसार 10% देना रहता है । तत्कालीन सरकार 10% पैसा देना नहीं चाहती थी।
वहीं विधायक भावना वोरा ने पूछा कि ओपीएस की सहमति देने वाले कर्मचारी और अधिकारियों के एनपीएस खाते में नियमित राशि प्रतिमाह जमा नहीं होने पर उनके खातों को नियमित/जीवित रखने के लिए एनपीएस में क्या प्रावधान है? वर्तमान में की जा रही राशि की कटौती और पूर्व में एनपीएस योजना के तहत काटी गई राशि समायोजन के लिए क्या प्रयास करेंगे? एनपीएस की राशि कब तक कर्मचारियों के खाते में जमा कराई जाएगी? क्या इसकी स्थापना हो चुकी है या भविष्य में होना है?
इस पर वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने बताया कि अभी तक स्थापना नहीं हुई है और इसके संबंध में कार्यवाही शीघ्र ही की जाएगी । भावना वोरा ने पूछा कि पुरानी पेंशन योजना के तहत अब तक किसी भी कर्मचारी को पेंशन नहीं दी गई गई है…ऐसा क्यों? ओपी चौधरी वित्त मंत्री ने कहा कि तत्कालीन सरकार ने नियम बनाया था एनपीएस की राशि जमा करने के बाद ही पेंशन दी जाएगी…. लेकिन अब तक पैसा जमा ना किए जाने की स्थिति में ही कर्मचारियों को अब तक पैसा नहीं दिया गया है ।
पेंशन योजना पर ये कहा
वहीं विधासभा अध्यक्ष रमन सिंह ने कहा कि ओल्ड पेंशन स्कीम और न्यू पेंशन स्कीम के लिए सभी को छोटा सा नोट भिजवा दे ताकि सभी विधायकों का कंफ्यूजन दूर हो सके । भावना बोहरा ने पूछा कि दोनो ही योजनाओं में से कौन सी योजना ज्यादा बेहतर है। ओपी चौधरी वित्त मंत्री ने कहा कि जो भारत की विकास यात्रा में बिलीव करते है वो एनपीएस में बिलीव करते हैं जिन लोगों को भारत की ग्रोथ स्टोरी पर बिलीव है उसके हिसाब से एनपीएस ज्यादा उचित है ।