BILASPUR. वाणिज्य विभाग ने छापेमार कार्रवाई करते हुए ऋषिकेश से पुरी जा रही उत्कल एक्सप्रेस की पेंट्रीकार में छापा मारकर वाणिज्य विभाग ने 9 कैरेट लोकल ब्रांड का पानी जब्त किया है। लोकल ब्रांड के पानी की बोतल को रेल नील पानी के बोतल के नीचे और बीच में छिपाकर रखा गया था। बोतल की स्टिकर और बोतल के ढक्कन नीले रंग की होने से पहचानना मुश्किल था। कार्रवाई के दौरान ट्रेन चल पड़ी थी इसलिए पानी के शेष बोतलों व शेष कैरेटे और पकाया गया भोजन जब्त नहीं किया जा सका।
बता दें, पेंट्रीकार संचालक व उनके वेंडरों की मनमानी ट्रेनों में चल रही है। ट्रेन में लोकल ब्रांड के पानी की बिक्री पर लगातार कार्रवाई की जाती है। इसके बावजूद इसे रोका नहीं जा सका है। रेल नीर के बजाए लोकल ब्रांड के पानी बेचते रहे है। लोकल ब्रांड के पानी व खाने की सामग्री बेचना प्रतिबंधित है इसके बाद भी मनमानी करते हुए बेचा जा रहा है। कार्रवाई के तहत ही वाणिज्य विभाग ने ऋषिकेश से पुरी जा रही उत्कल एक्सप्रेस में कार्रवाई की गई।
ढाई घंटे विलंब से पहुंची थी ट्रेन
ऋषिकेश से पुरी जा रही उत्कल एक्सप्रेस ढाई घंटे विलंब से दिन में 11.30 बजे बिलासपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर पहुंची। ट्रेन के रूकते ही वाणिज्य विभाग के कमर्शियल इंस्पेक्टर रैंक के कर्मचारी पेंट्रीकार में पहुंचे। पेंट्रीकार में चारों ओर गंदगी पसरी हुई थी पका हुआ भोजन भट्टी से उतारकर नीचे छिपाकर रखा गया था। दस्तावेजों की जांच की गई।
बोतलो को छिपाने का प्रयास
पेंट्रीकार में पानी के बोतल के कैरेट रखे हुए थे। जिसमें ऊपर रेल नीर रखा गया था और उसके नीचे लोकल पानी के बोतल थे। ऊपर से देखने पर बिल्कुल भी पता नहीं चल रहा था लेकिन जब कैरेट से बोतलो को निकाला गया तो असलियत सामने आयी।
लगातार कार्रवाई के बाद भी असर नही
वाणिज्य विभाग द्वारा पेंट्रीकार संचालकों व वेडरों के मनमानी को रोकने के लिए लगातार कार्रवाई की जाती है लेकिन इसके बाद भी इसका कोई असर नहीं दिखता है। लगभग हर रोज ही किसी न किसी ट्रेन में कार्रवाई की जाती है।