BILASPUR.प्रदेश में धान खरीदी का कार्य तो जोर-शोर से चल रहा है। वहीं छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के बाद नई सरकार बीजेपी की सरकार के द्वारा भी धान के पूर्व वर्ष के बोनस दिए गए है। कृषक द्वारा धान का बोनस निकालने के लिए बैंक पहुंचने पर सहकारी बैंक के पर्यवेक्षक सह शाखा प्रबंधक ने किसान से बोनस की राशि आहरण करने के लिए रिश्वत के रूप में कमीशन मांगी । जिसकी शिकायत किसान ने कलेक्टर से की थी। जांच में सह शाखा प्रबंधक पर लगाए आरोप सही पाए गए और उन्हें कलेक्टर अवनीश शरण ने निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया है। वहीं अब रिश्वत मांगने पर कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए है।
बता दें, धान बोनस की राशि का आहरण करने के लिए कृषक करगीरोड स्थित जिला सहकारी बैंक पहुंचा था। जहां पर किसान से शाखा के पर्यवेक्षक एवं प्रभारी शाखा प्रबंधक हरिश कुमार वर्मा ने कमीशन नहीं देने पर अभद्र व्यवहार किया। जिसकी शिकायत किसान ने कलेक्टर से की। इसकी जांच कराई गई जांच में यह बात सही पायी गई जिसके बाद पर्यवेक्षक को निलंबित कर दिया गया।
1982 की प्रावधानों के अनुसार निलंबित
बैंक कर्मचारी सेवा नियम 1982 की प्रावधानों के अनुसार जिला सहकारी बैंक के सह शाखा प्रबंधक पर्यवेक्षक हरिश कुमार वर्मा को निलंबित किया गया है। उन्हें निलंबन अवधि के दौरान मुख्यालय सरकण्डा शाखा नियत किया गया है। नियमानुसार उन्हें जीवन निर्वाह भत्ता की पात्रता होगी।
कलेक्टर का सख्त निर्देश
किसानों के द्वारा बैंक में मुख्यमंत्री के द्वारा दिए गए बोनस का आहरण इन दिनों बैंक में पहुंचकर किया जा रहा है। जहां पर कृषकों के सहयोग के लिए कर्मचारियों को नियुक्त किया गया है। वे ऐसे में कमीशन मांगकर रिश्वत ले रहे है। वहीं अभद्र व्यवहार कर रहे है। इस बात के लिए कलेक्टर ने सभी कर्मचारियों को निर्देश दिया है कि किसी भी तरह की ऐसी शिकायत मिलेगी तो सख्ती से कार्रवाई की जाएगी। इस लिए कर्मचारी सही से अपना कार्य करे।