BILASPUR.भूमि बेचने में गड़बड़ी की शिकायत के मामले आते ही है। जिसमें अक्सर पारिवारिक विवाद देखने को मिलता है। लेकिन शहर में ऐसा मामला सामने आया है जिसमें बेचने वाले ने अपनी नहीं सरकारी जमीन का सौंदा कर दिया। वो भी खरीदार को उसे अपना बताया। सौदा तय हुआ जिसमें 12 लाख एडवांस भी ले लिया। लेकिन बाद में खरीदार को पता चला कि उसने जिस जमीन का सौदा किया है वह सरकारी है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। इसकी जांच की जा रही है।
बता दें, मंगला के पंचमुखी हनुमान मंदिर के पास रहने वाले शिवकुमार रजक व्यवसायी है। तिफरा में वे होटल चलाते है। व्यवसायी ने बताया कि उनके परिचित कपसिया खुर्द निवासी गणेश दास मानिकपुरी ने गांव में अपनी सात एकड़ जमीन को बेचने की बात कही थी। उसकी बातों में आकर वे जमीन देखने के लिए गए। जमीन पसंद आने पर उन्होंने जमीन को 12 लाख रूपये में खरीदने का सौदा भी कर लिया।
उन्होंने जिला न्यायालय परिसर में एग्रीमेंट तैयार करवा कर अक्टूबर 2018 में छह लाख रूपये चेक से दिए। साथ ही छह लाख रूपये नकद दिए। कुछ दिन बाद व्यवसायी को पता चला कि जिस जमीन का सौदा उन्होंने किया है वह सरकारी है। व्यवसायी ने गणेश दास से संपर्क कर अपने रूपये वापस मांगे। इस पर वह टालमटोल करने लगा।
व्यवसायी ने धोखाधड़ी की शिकायत थाने में करने की बात कहीं तो उसने सात लाख रूपये वापस कर देने की बात कही। उसने एक लाख रूपये देकर छह लाख रूपये देकर छह लाख रूपये दो किस्त में देने स्टांप में लिखकर भी दे दिया। बाद में उसने व्यवसायी का फोन उठाना ही बंद कर दिया। जिससे तंग आकर व्यवसायी ने पुलिस के पास पहुंचे। उन्होंने सिविल लाइन थाने में इसकी शिकायत की। इस पर पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।