BALOD. ठेकेदार के लापरवाही का आलम यह है कि जिस पानी टंकी को 9 महीने में बनकर तैयार हो जाना था वह आज 2 साल बीत जाने के बाद भी नहीं बन सकी है। लगभग डेढ़ साल पहले जहां से निर्माण शुरू हुआ था आज भी वहीं की वहीं है।ऐसा नहीं कि पानी टंकी नहीं बनाई गई हो, बल्कि ठेकेदार की लापरवाही के कारण गलत तरीके से बनाए जाने से तीन बार पानी टंकी तोड़ी गई।
लिहाजा ग्रामीणों को जल जीवन मिशन का लाभ नहीं मिल पा रहा है। इसके अलावा पाइप लाइन बिछाने में भी भारी गड़बड़ी की गई है। लगभग दो माह पहले तीसरी बार पानी टंकी तोड़ी गई है। इसके बाद से निर्माण कार्य अभी तक ठप है। ऐसे में घर-घर पानी कैसे पहुंचेगा।
मामला बालोद जिले के गुंडरदेही विकासखंड के गौरव ग्राम पिरीद का है। यहां पर शासन की जल जीवन मिशन योजना के तहत हर घर नल पहचाने एक करोड़ दो लाख 73 हजार रुपए की स्वीकृति दी गई। 23 नवंबर 21 को कार्य आदेश जारी किया गया जिसे 9 माह में पूरा कर रहा था। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग बालोद की देखरेख में इस काम को पूरा करने कार्य एजेंसी मेसर्स ओम स्वास्तिक इंटरप्राइजेज को दिया गया था। ग्रामीणों के मुताबिक पानी टंकी के निर्माण में शुरू से ही गड़बड़ी की गई थी। इसके चलते तीन बार पानी टंकी तोड़ी गई।
आखिरी बार जब डेढ़ महीने पहले पानी टंकी तोड़ी गई तब लगभग 30 फीट टंकी का निर्माण हो चुका था। सीढ़ी निर्माण के लिए प्लेट लगाया जा चुका था। इसके बाद जब देखा गया कि टंकी को मजबूती देने वाले आधार स्तंभ ही टेढ़े-मेढ़े बने हैं तो फिर से इसे तोड़ा गया। इस तरह आज की स्थिति में लगभग डेढ़ साल पहले जहां टंकी का निर्माण शुरू हुआ था, आज वही की वही फिर आ गई है। इधर पीएचई ईई सुक्रांत साहू का कहना है गुणवत्ता में शिकायत के बाद पानी टंकी को तुड़वाया गया है। काम जल्दी हो और गुणवत्तापूर्ण हो इसका ध्यान रखा जाएगा।
गुणवत्ता को लेकर ग्रामीण उठा रहे सवाल
पानी टंकी के निर्माण से ही इसमें गुणवत्ता को लेकर ग्रामीण लगातार सवाल उठाते रहे हैं। कभी बीम का टेढ़ा होना, कभी सही मापदंड से बीम का नहीं बनाया जाना आदि को लेकर ग्रामीण पीएचई विभाग में लगातार शिकायत करते रहे। जब-जब शिकायत हुई तब तक तोड़कर फिर से बनाने की कोशिश की गई, लेकिन टंकी के नीचे की नीव अभी भी वही है इसके ऊपर जहां से टंकी तोड़ी जाती है उसके आगे का निर्माण शुरू होता है इस तरह बार-बार तोड़ने से टंकी के पूरी बनने के बाद भी इसकी गुणवत्ता को लेकर ग्रामीणों में संदेह है। ग्रामीणों का कहना है कि पानी टंकी को फिर से नींव निकालकर बनाई जानी चाहिए।
पाइपलाइन बिछाने में भी लापरवाही
पानी टंकी से हर घर को नल कनेक्शन दिया जाना है। इसके लिए गांव की गलियों में पाइप लाइन बिछाई गई है। यहां पर भी पूरी तरह लापरवाही बरती गई है। गलियों को खोद कर पाइपलाइन डालने के बाद ऊपर कंक्रीट नहीं किया गया है। लोग अपने-अपने घरों के सामने अपनी सुविधा से मिट्टी डाल कर चलने लायक बना रहे है। पतली गलियों में तो चलने लायक भी स्थिति नहीं है। इसके अलावा कई गलियों में अभी पाइपलाइन नहीं बिछाई गई है। कुछ ग्रामीणों ने बताया कि शुरुआत में पतली पाइप डाली गई है और बाद में बड़ी पाइप डाली गई है। इससे भी अंतिम छोर के लोगों को पानी मिलेगा या नहीं इसको लेकर भी ग्रामीण शंकित हैं। इसके अलावा घरों में नल पोस्ट बनाने में भी लापरवाही की शिकायत मिली है।
गांव के युवाओं ने उठाया मामला
पानी टंकी को बार-बार तोड़ने और कार्य में होने विलंब को लेकर गांव के युवा आगे आए हैं उन्होंने मांग की है कि फिर से गुणवत्ता युक्त टंकी का निर्माण किया जाए और जल्द से जल्द निर्माण कार्य पूर्ण किया जाए साथ ही विलंब के कारण ठेकेदार व अफसरों पर कार्रवाई की जाए।खास तौर पर दिल्लीवार युवा कुर्मी क्षत्रिय समाज ग्राम पिरीद ने जागरूरता अभियान के तहत यह बात विभाग तक पहुंचाई है। इनमें आशीष दिल्लीवार, मुकेश देशमुख, बीरेंद्र देशमुख, प्रकाश देशमुख, सुभाष देशमुख, मनीष देशमुख, हुलेश देशमुख, चेतानंद देशमुख, टुकेश देशमुख, टुकेश, पूनम देशमुख, बीरेंद्र, विजय देशमुख, तमेश देशमुख, मोहित देशमुख, राहुल देशमुख, हरीश देशमुख, हेमंत देशमुख, कोमेश देशमुख, छोटू देशमुख, जितेश देशमुख, छत्रपाल देशमुख, दुष्यंत देशमुख, गौकरण देशमुख, नयन देशमुख ,प्रवीण देशमुख,योगेश देशमुख आदि प्रमुख हैं, अवध राम साहू सरपंच, ग्राम पंचायत पिरीद ने बताया कि पानी टंकी के निर्माण को लेकर कुछ दिन पहले ग्रामीणों ने शिकायत की थी। जांच करने पर सही तरीके से सीढ़ी का निर्माण नहीं करने की बात सामने आई। शिकायत के बाद विभाग ने इसे तोड़ दिया है। जल्द से जल्द टंकी का निर्माण किया जाए और योजना का लाभ ग्रामीणों को दिया जाए।