BHILAI. अविभाजित मध्य प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पंडित रविशंकर शुक्ल को 66वीं पुण्यतिथि पर भिलाई बिरादरी ने नमन किया। 31 दिसंबर को इस्पात नगरी भिलाई के सेक्टर-9 स्थित उनकी प्रतिमा के समक्ष श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया, जिसमें भिलाई-दुर्ग के सामाजिक संगठन और कांग्रेसी नेता शामिल हुए। देश के सर्वश्रेष्ठ एकीकृत इस्पात संयंत्र की भिलाई में स्थापना में पंडित रविशंकर शुक्ल का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
श्रद्धांजलि सभा का आयोजन भिलाई इस्पात संयंत्र के क्रीड़ा एवं सांस्कृतिक समूह द्वारा दुर्ग जिला कांग्रेस कमेटी और पं. रवि शंकर शुक्ल सामाजिक एवं सांस्कृतिक समिति के सहयोग से किया गया। इस अवसर पर दुर्ग जिला कांग्रेस अध्यक्ष मुकेश चंद्राकर, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष हेमंत बंजारे, एचएससीएल की पू्र्व उप महाप्रबंधक (कार्मिक) एवं समाजसेविका माया रानी शुक्ला, मोहन लाल गुप्ता, समाज सेवक राकेश मिश्रा, पूर्व पार्षद प्रभूनाथ मिश्रा, महाप्रबंधक (जनसंपर्क) प्रशांत तिवारी ने कार्यक्रम को संबोधित किया और पं रविशंकर शुक्ल के योगदानों पर प्रकाश डाला।
मूर्ति स्थल के जीर्णोद्धार के लिए सभी वक्ताओं ने भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन को धन्यवाद देते हुए कहा, भिलाई पं नेहरू और पं रविशंकर शुक्ल की कर्मभूमि हैं। इसको और विकसित किए जाने की आवश्यकता है। इस्पात बिरादरी के सदस्यों के बच्चों को इसी भूमि में रोजगार मिल सकें। प्रभूनाथ मिश्रा ने कहा, श्री शुक्ल की कर्मभूमि में रोजगार कम हो रहा है। अब इस्पात नगरी विरान हो रही है। इस दिशा में चिंतन होना चाहिए और इस्पात से जुड़े नये उद्योग भिलाई के आसपास लगने चाहिए, जिससे इस इस्पात नगरी की रौनक बनी रहें। कार्यक्रम का संचालन पं रविशंकर शुक्ल सामाजिक एवं सांस्कृतिक समिति के महासचिव मनोज मिश्रा ने किया।