BHILAI. भिलाई के मैत्री बाग में सोमवार को घूमने गए पर्यटकों के बैग चोरी होने का मामला सामने आया है। बाग में सफेद शेर देखने की ललक थी। बाग पहुंच तो गए लेकिन बाग देखने के बजाए बैंग से हाथ धोना पड़ गया। बैग चोरी होने की सूचना मिलते ही बाग में हड़कंप मच गया। पहले बाग की छानबीन की गई बाद में पुलिस को सूचना दी गई।
बता दें, सोमवार को भिलाई स्टील प्लांट की ओर से संचालित मैत्री बाग जू में घूमने गए पर्यटक की कीमती सामान से भरी बैग चोरी हो गई। ये पर्यटक कोई और नहीं बल्कि भिलाई स्टील प्लांट के महाप्रबंधक इंवायरमेंट संजय कुमार के भाई डॉक्टर अमित शर्मा की है। वे अपने परिवार के साथ मैत्री बाग पहुंचे थे। जीएम साहब भी साथ में ही थे। परिवार ने बाग में सैर-सपाटा किया साथ ही बोटिंग की सफेद बाघ देखा। इसी बीच बैग गुमने का पता चला। बैंग गुमने की सूचना तत्काल पुलिस को दी गई। जिसके बाद पुलिस ने खोजबीन शुरू की।
स्मार्ट वाच ने की मदद
बैग में मोबाइल था जो स्मार्ट वाच से कनेक्ट था जिसके मदद से 6 घंटे तक पुलिस वालों ने 60 किलोमीटर तक पीछा किया। मोबाइल फोन को ट्रैक किया गया। पहले ही पता चल गया कि मोबाइल फोन मैत्री बाग में नहीं है। उसे रायपुर की तरफ नेशनल हाईवे लेकर जाया जा रहा है। इस बात की सूचना तुरंत पुलिस विभाग को दी गई। क्राइम ब्रांच की मदद से उन्होंने मोबाइल को सर्विलांस में लिया और उसकी लोकेशन को ट्रेस करना चालू किया। यह पता लगते ही उसका पीछा करते-करते रायपुर जाने पर की उसकी लोकेशन मुक्तांगन के पास दिखाई दी।
जहां पहुंचकर पर्यटकों पर नजर रखी गई लेकिन वहां पर लोकेशन पार्किंग में ही दिखा रहा था। सभी पर्यटक के जाने के बाद एक फैमिली रूकी रही। जहां उनसे पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि वे राजनांदगांव से आए है और मैत्री बाग घूमने गए थे। फिर गाड़ी के ड्राइवर ने बताया कि उसे मैत्री बाग में एक लावारिश बैग मिली थी जिसे वह लेकर आया था बाद में उसके मालिक को वापिस करने वाला था। उसे समझाइश देकर बैग लिया गया।
6 घंटे बाद मिल गया बैग
पुलिस विभाग की सक्रियता के चलते 6 घंटे के प्रयास से असंभव कार्य संभव हो सका। बैग में मोबाइल फोन, घर की चाबियां, जरूरी दस्तावेज, पासपोर्ट, एटीएम कार्ड, क्रेडिट कार्ड भी थे। पुलिस विभाग के सक्रियता से बैग मिल गया। जिसके लिए उनका सम्मान भी किया गया।