RAIPUR.छत्तीसगढ़ विधानसभा के चुनाव दो चरणों में 7 व 17 नवंबर को हो चुके है। अब बस परिणाम का इंतजार किया जा रहा है। चाहे प्रत्याशी हो या फिर नागरिक हर कोई चुनाव का नतीजा जानने को उत्सुक है। वहीं इसमें सबसे पहले भिलाई-मनेन्द्रगढ़ का परिणाम सबसे पहले व कवर्धा का परिणाम सबसे बाद में मिलेगा। क्योंकि चुनाव में सबसे कम चरण 12 चक्रों में मतगणना होगी वहीं कवर्धा में 30 चक्र में मतगणना होगी। इसमें 1181 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा। इसके लिए प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों में तैयारी हो चुकी है।
बता दें, विधानसभा चुनाव के लिए मतदान की प्रक्रिया दो चरणों में हुई। जिसमें पहले चरण में 7 नवंबर यानी की लगभग 27 दिन पूर्व 20 सीटों के लिए व वहीं दूसरे चरण का चुनाव 17 नवंबर को यानि 17 दिन पूर्व 70 सीटों के लिए हुए है। जिसका परिणाम जानने की इच्छा सभी को है। जल्द ही प्रदेश में किसकी सरकार बनेगी जनता को मालूम हो जाएगा। इसके लिए मतगणना की तैयारी जिला प्रशासन के जिम्मे है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबा साहेब कंगाले ने जानकारी देते हुए कहा कि मतगणना की तैयारी सभी 33 जिलों में पूरी कर ली गई है।
बैलेट पत्रों की गणना होगी पहले
निर्वाचन अधिकारी के मुताबिक 3 दिसंबर को सुबह आठ बजे से गणना की जाएगी। जिसमें सबसे पहले सेवा मतदाताओं के मतों की गणना होगी। पहले ईटीपीबीएस( इलेक्ट्रानिकली ट्रांसमिटेड पोस्टल बैलेट सिस्टम) से प्राप्त मतों के क्यूआर कोड की स्कैनिंग की जाएगी। उसके बाद डाकमत पत्रों की गिनती शुरू होगी। साढ़े आठ बजे के बाद सभी टेबलों पर एक साथ मतगणना शुरू होगी।
14-14 टेबलों पर होगी प्रत्येक की गणना
मतगणना के लिए विधानसभावार प्रत्येक सीट के लिए 14 टेबल होंगे। जिसमें प्रेक्षकों द्वारा गणना की जाएगी। साथ ही साथ सभी टेबलों में मतगणना एक ही साथ शुरू होगी। साथ ही प्रत्येक राउंड की समाप्ति पर अभ्यर्थी या उनके अभिकर्ता की उपस्थिति एवं प्रेक्षक की निगरानी में रैंडम आधार पर किसी दो कंट्रोल यूनिट की जांच की जाएगी। इसके अलावा चक्रों की गणना पूर्ण होने पर पांच वोटर वेरिफाएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (व्हीव्हीपेट) का ड्रा के माध्यम से चयन कर मतों का सत्यापन किया जाएगा।
भिलाई नगर व मनेन्द्रगढ़ में होगे सबसे कम चक्र
प्रदेश के 90 सीटों में सबसे ज्यादा मतगणना चक्र कवर्धा में होगा। जिसकी संख्या 30 है वहीं सबसे कम मतगणना चक्र भिलाई नगर व मनेन्द्रगढ़ में होगे। जो 12 चक्र में ही गणना पूरी कर परिणाम मिल जाएंगे।
अभ्यर्थी किसी भी टेबल में देख सकेगा मतगणना
निर्वाचन आयोग के मुताबिक बिना प्राधिकार पत्र के किसी को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। वहीं अभ्यार्थी किसी भी टेबल में जाकर मतगणना को देख सकता है। जबकि उनके अभिकर्ता निर्धारित टेबल पर ही मतगणना देख सकेंगे।