KANKER. बस्तर में जवानों को नक्सली लगातार चुनौती दे रहे हैं। केंद्र व राज्य सरकारें फोर्स को नक्सलियों से मुकाबला करने के लिए एडवांस हथियार मुहैया करा रही है। इसके इतर, अब बस्तर के नक्सली भी हाईटेक होते जा रहे हैं।
दरअसल, जवानों को नुकसान पहुंचाने के लिए नक्सली अलग-अलग हथकंडे अपना रहे हैं। कांकेर जिले के छोटेबेठिया थाना के मारबेड़ा में नक्सलियों ने बैनर-पोस्टर लगाया। इसके साथ ही नक्सली अब जवानों को नुकसान पहुंचाने के लिए बैनर पोस्टर लगाने वाली जगह पर ब्लूटूथ डिवाइस सेट कर रहे हैं। इसके साथ ही डिवाइस से 1 किमी दूरी पर जवानों को नुकसान पहुंचाने के लिए IED सेट कर रहे हैं। हालांकि सर्चिंग के दौरान IED जवानों ने बरामद किया और इसे मौके पर ही निष्क्रिय कर दिया गया। इसमें बैनर में नक्सलियों ने ग्रामीणों से पीएलजीए 32 वीं वर्षगांठ मनाने का अपील की है।
जानकारी के अनुसार हाल ही में कांकेर के पीव्ही 91 के पास चितरंजन नगर गांव में नक्सलियों ने टावर में बैनर पोस्टर लगाए थे। हालांकि जब सुरक्षा बल के जवान यहां पहुंचे तो उन्हें वायर लगा एक डिवाइस दिखा, जो बाद में ब्लूटूथ स्पीकर निकला, लेकिन वंहा आईईडी नहीं मिला था। हालांकि इस बार नक्सलियों ने ब्लूटूथ डिवाइस को सहारा बना कर पास में आईईडी लगाया था, ताकि जवान भ्रमित हो और उन्हें नुकसान पहुंचाया जा सके।
जवानों को गुमराह करने की साजिश
इस पूरे मामले में पखांजुर एसडीओपी रवि कुजूर ने बताया कि नक्सलियों ने बैनर पोस्टर लगाकर हमें गुमराह करने के लिए ब्लूटूथ स्पीकर लगाया था। स्पीकर से कुछ ही दूरी पर 1 किलो का आईईडी जवानों ने बरामद किया है। मौके पर आईईडी को निष्क्रिय कर दिया गया है। जवानों की सूझबूझ से नक्सलियों की साजिश एक बार फिर नाकाम हुई है। नक्सली बैनर पोस्टर के माध्यम से पीएलजीए 23वीं वर्षगांठ 2 दिसंबर से 8 दिसंबर तक मानने प्रचार कर रहे हैं।