BILASPUR.अचानकमार टाइगर रिजर्व के अंदर बाघ और उसके अलावा कितने वन्य प्राणी है। इसका आकलन करने की तैयारी है। इसके लिए प्रबंधन फोर फेस मानिटरिंग करेगा। इस माह के अंत तक गणना शुरू की जाने की उम्मीद है। जिससे पता चलेगा बाघ की संख्या कितनी है और उसके अलावा अन्य वन्य प्राणियों के विषय में भी जानकारी मिलेगी।
बता दें, अचानकमार टाइगर रिजर्व में हर साल बाघ व अन्य वन्य प्राणियों की गणना की जाती है। जिसके लिए वन अमला पंजे व नाखुन के निशानों से वन्य प्राणियों के संख्या का आकलन करेगा। वहीं इस आकलन के लिए अचानकमार टाइगर रिजर्व में हर तरफ कैमरे लगाए जा रहे है। गणना के लिए ट्रैप कैमरे की मदद ली जाएगी। कैमरा लगाने से पहले वन अमले को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इसमें वन अमला बाघ व अन्य वन्य प्राणियों के पंजों व नाखुन के निशानों को अच्छे जांच करेगी। इसके बाद ट्रांजिट लाइन में वन अमला चलकर गणना करता है। यह लाइन दो किलोमीटर की होती है। इसमें वन कर्मी व अधिकारी पैदल चलकर पंजों के निशान व वन्य प्राणियों के कील, खरोच व मल की सैंपल एकत्र कर उसकी जांच कर वन्य जीव की पहचान करते है।
सात दिनों तक चलेगी गणना
बाघ व अन्य वन्य प्राणियों की गणना इस महीने के अंत में होगी। यह गणना सात दिनों तक की जाएगी। जिसमें वन अमला पहले सात दिन पंजे के निशान, पेड़ों पर खरोंच, मल और कील देखकर वन्य प्राणियों की पहचान करेंगे। इस विधि में ट्रैप कैमरे की खास भूमिका होगी।
दो महीने तक लगेगा कैमरा
इस बार गणना के लिए अचानकमार टाइगर रिजर्व में दो महीने तक कैमरे लगाए जाएंगे। इससे गणना बेहतर तरीके से हो सकेगी। किसी भी टाइगर रिजर्व के लिए बाघ व अन्य प्राणियों की गणना बहुत जरूरी होती है। यह प्रविधान है। गणना दो तरीके से होती है। एक वह विधि है जो चार साल में एक बार होती है। वहीं फोर फेस मानिटरिंग साल में दो बार होती है। दो बार होने वाली यह गणना गर्मी व ठंड के समय की जाती है।