AMBIKAPUR. छत्तीसगढ़ में हाथियों का आतंक से ग्रामीण समेत वन विभाग डरा हुआ है। इस बीच, आज एक ग्रामीण की शव मिलने से हड़कंप मच गया है। दरअसल, सरगुजा जिले के उदयपुर वन परिक्षेत्र के कुमडेवा जंगल में हाथियों के हमले से ग्रामीण की मौत हो गई।
पड़ताल के बाद आज जंगल में ग्रामीण का क्षत-विक्षत शव मिला। दरअसल, मृतक टापू मझवार कुमडेवा जंगल में हाथी देखने गया था, तभी ने कुचल दिया। बता दें कि पिछले 20 दिनों से 11 हाथियों का दल उदयपुर वन क्षेत्र में विचरण कर रहा है। इस घटना के बाद वन विभाग ने इस इलाके में अलर्ट जारी कर दिया है।
तत्काल सूचना पर वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी भी घटनास्थल पहुंच गए थे।इस हादसे को वन अमला की समझाइश को नजरअंदाज करने के कारण माना जा रहा है। जानकारी के अनुसार हाथियों का दल कुमडेवा जंगल किनारे धान के खेतों में पहुंच गया था। हाथियों को देखने के लिए बुधवार देर शाम महिला और बच्चे सहित ग्रामीण जंगल के दो से तीन किलोमीटर भीतर घुस गए थे। वन विभाग की टीम लगातार ग्रामीणों को सतर्क कर रही थी। रातभर धान की फसल खाकर तथा पैरों से कुचल हाथियों का दल नजदीक के जंगल में चला गया था।
बुधवार देर रात तक वन विभाग की टीम भी आसपास ही लोगों को समझाइश देने में लगा था। सुबह लोग जंगल गए तो हादसे की जानकारी मिली। ग्रामीण का शव जंगल के भीतर पड़ा हुआ था। हाथियों के हमले से मृतक के शरीर का अंग भंग हो गया था। हाथियों ने उसे बुरी तरह से कुचल दिया था। बता दें कि इससे पहले हाथियों के हमले से पिछले दिनों मोटरसाइकिल सवार दंपती बाल-बाल बच गए थे। जंगली हाथियों ने एक मिनी ट्रक को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। चालक व श्रमिक जान बचाकर भाग निकले थे। जंगली हाथियों ने अभी तक 100 एकड़ से अधिक धान की फसल को भी नष्ट किया है।