RAIPUR. प्रदेश की जनता को लगातार परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। एक तरफ बीते 01 महीने से संविदा कर्मचारी अपनी नियमितीकरण की मांग को लेकर हड़ताल पर है। तो वहीं मंगलवार से सरगुजा, कांकेर, जगदलपुर, रायगढ़ और राजनांदगांव के सरकारी मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर्स भी काम बंद कर हड़ताल पर चले गए है।
काली पट्टी लगाकर मरीजों का किया इलाज
बता दें कि जूनियर डॉक्टर्स इससे पहले एक हफ्ते तक अपनी मांगों को लेकर अस्पताल में काली पट्टी लगाकर मरीजों का इलाज कर रहे थे। प्रदेश में मेडिकल कॉलेज के सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य व्यवस्था जूनियर डॉक्टर्स के ही जिम्मे होती है और अब इनके हड़ताल पर जाने से इनका सीधा असर मरीजों पर पड़ेगा।
प्रदेश भर में जूनियर डॉक्टर्स की संख्या करीब 03 हजार से ज्यादा है। ये सभी प्रदेश के अलग-अलग जिलों के मेडिकल कॉलेज में पढ़ते हैं। इसके साथ ये लोगों का इलाज भी करते हैं। मनु प्रताप ने हड़ताल से जुड़ी जानकारी देते हुए बताया कि आज से रूटीन ओपीडी में सेवाएं बंद की जा रही है। हालांकि इमरजेंसी सर्विसेस मरीजों को प्रदान किया जायेगा।
इसके बाद भी अगर शासन की तरफ से कोई फैसला नहीं आता है तो पूर्ण रूप से सभी सेवाएं बंद कर दी जाएंगी। इस हड़ताल में सभी सरकारी कॉलेज के लगभग 3 हजार से ज्यादा पीजी, इंटर्न, बॉन्ड भरे हुए डॉक्टर्स काम बंद कर देंगे। इसके अलावा पोस्ट पीजी के रेजिडेंट्स को भी कम मानदेय दिया जा रहा है, इनसे नाराज़ वह भी जूडॉ के साथ हड़ताल पर रहेंगे।