NEW DELHI. भारतीय शतरंज के ग्रैंडमास्टर प्रज्ञानंद ने फिडे वर्ल्ड कप शतरंज टूर्नामेंट के फाइनल मुकाबले में दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन के हाथों शिकस्त झेलनी पड़ी। मगर, उनका प्रदर्शन शानदार था। बाकू में खेले गए चेस वर्ल्ड कप के फाइनल में वो खिताब जीतने से भले ही चूक गए, लेकिन उनकी काबिलियत का लोहा पूरी दुनिया ने माना। तीन दिन तक चले फाइनल मुकाबले में 4 बाजियों के बाद नतीजा निकल सका था।
लिहाजा, महिंद्रा एंड महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने बड़ा एलान करते हुए प्रज्ञानंद को कार गिफ्ट करने का एलान किया है। आनंद महिंद्रा ने उनके माता-पिता को इलेक्ट्रिक XUV400 कार गिफ्ट करने की बात कही है। बताते चलें कि आर प्रज्ञानंद भारत की तरफ से चेस वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचने वाले सबसे कम उम्र के भारतीय शतरंज खिलाड़ी हैं।
Appreciate your sentiment, Krishlay, & many, like you, have been urging me to gift a Thar to @rpragchess
But I have another idea …
I would like to encourage parents to introduce their children to Chess & support them as they pursue this cerebral game (despite the surge in… https://t.co/oYeDeRNhyh pic.twitter.com/IlFIcqJIjm— anand mahindra (@anandmahindra) August 28, 2023
आनंद महिंद्रा ने सोशल मीडिया पर ट्वीट करते हुए लिखा कि आपकी भावना की सराहना करता हूं। कई लोगों ने मुझसे एक थार उपहार में देने का आग्रह कर रहे हैं, लेकिन मेरे पास एक और विचार है। मैं माता-पिता को अपने बच्चों को चेस से परिचित कराने और इस गेम को आगे बढ़ाने में उनका सपोर्ट करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहूंगा। यह ईवी की तरह हमारे ग्रह के बेहतर भविष्य के लिए एक निवेश है। मुझे लगता है कि हमें उनके माता-पिता को एक XUV400 EV गिफ्ट देनी चाहिए।
उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने हमेशा रचनात्मक लोगों के लिए अपना समर्थन दिखाया है। महिंद्रा एंड महिंद्रा के कार्यकारी निदेशक और सीईओ राजेश जेजुरिकर को भी आनंद महिंद्रा ने टैग करते हुए उनसे इस पर अपने विचार शेयर करने को कहा था। पोस्ट किए जाने के बाद से ट्वीट को ट्विटर पर 1.3 मिलियन बार देखा जा चुका है। पोस्ट पर कमेंट करते हुए एक यूजर ने लिखा, “उसकी खुशी देखिए.. बहुत अनमोल।”
तीन दिन हो पाया था विजेता का फैसला
चेस वर्ल्ड कप के फाइनल में विजेता का फैसला टाईब्रेकर मुकाबले के बाद हो सका था। मैच के पहले दिन प्रज्ञानंद और कार्लसन के बीच 70 चालों के बाद मुकाबला ड्रॉ हुआ। दूसरे दिन भी 35 चालों के बाद मुकाबला ड्रॉ हो गया था। तीसरे दिन दोनों खिलाड़ियों के बीच टाईब्रेकर मुकाबला खेला गया, जिसमें भले ही मैग्नस कार्लसन जीत गए हों, लेकिन हार प्रज्ञानंद की भी नहीं हुई।