JASHPUR. छत्तीसगढ़ में चिटफंड कंपनी बनाकर लोगों को ठगने वालों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में जशपुर पुलिस ने चिटफंड कंपनी के फरार डायरेक्टर को पकड़ने में सफलता हासिल की है।
इस डायरेक्टर ने विनायक होम्स एंड रियल स्टेट प्राइवेट लिमिटेड के नाम से रायपुर समेत सरगुजा, जांजगीर चांपा, कोरबा, बलौदा बाजार, बलरामपुर कोरिया में 11,396 निवशकों से 54 करोड़ 38.11 लाख 862 रुपए की ठगी की। इसके बाद आरोपी पुलिस से बचने के लिए उज्जैन में झोपड़ी में छुपकर रह रहा था। बता दें कि सीएम भूपेश बघेल ने भी चिटफंड घोटाले पर कार्रवाई के निर्देश दे चुके हैं।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार चिटफंड कंपनी का मुख्य आरोपी फूलचंद बिसेन (72) अंबेडकर नगर इंदौर का रहने वाला था। यही कंपनी का मुख्य मास्टर माइंड है, जो उज्जैन में एक झोपड़ी में बीते 5 साल से रह रहा था। स्थानीय पुलिस की मदद से पुलिस दबिश देकर आरोपी को गिरफ्तार किया।
पोते के नाम से थी कंपनी
आरोपी अपने पोते विनायक के नाम पर चिटफंड कंपनी खोला था। केवल जशपुर जिले में ठगों ने करीब 750 निवशकों से 1 करोड़ 60 लाख 51 हजार रुपए निवेश कराए थे। करोड़ों रुपए जमा कराने के बाद आरोपी कार्यालय बंद कर फरार हो गए थे। इस बीच किसी भी निवशकों का पैसा वापस नहीं किया गया था।
निवेशकों ने दर्ज कराई थी रिपोर्ट
निवेशकों ने कोतवाली में चिटफंड कंपनी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी थी। इसके लिए मध्य प्रदेश, उज्जैन के साथ तीन राज्यों में पुलिस टीम गठित कर भेजी गई थी।
कंपनी में कुल पांच डायरेक्टर
पुलिस ने बताया कि चिटफंड कंपनी ने में कुल पांच डायरेक्टर हैं। इनमें मुख्य आरोपी फूलचंद के अलावा उनके दो बेटे जितेन्द्र विशे और योगेन्द्र विशे शामिल हैं। एक बेटा एमबीए किए है, वहीं दूसरा बेटा बीकॉम है। इनके दोनों बेटे ही कंपनी को आपरेट कर रहे थे। सभी पांच आरोपियों के खिलाफ कोतवाली में मामला दर्ज किया गया है। इनमें से तीन आरोपी अभी भी फरार चल रहे हैं। इनकी तलाश पुलिस की टीम कर रही है।
संपत्ति कुर्क कर लौटाएंगे पैसा
कंपनी के संचालक के नाम से ग्राम पेड्री थाना जांजगीर में करीब 13.84 लाख की 1.11 एकड़ संपत्ति कुर्क की जाएगी। इसके अलावा इंदौर में करोड़ी का प्रापर्टी खरीदी है। दस्तावेज मिलते ही कुर्क कर निवेशकों को दिया जाएगा।
दो आरोपी पहले ही गिरफ्तार
बता दें कि एक साल पहले ही जांजगीर पुलिस ने एक आरोपी युवराज मालाकार को पूर्व में ही 2021 में प्रोडक्शन वारंट में लेकर गिरफ्तार किया था। एक अन्य आरोपी जितेन्द्र बिशे को फरसाबहार के प्रकरण में पूर्व में गिरफ्तार किया जा चुका है। आरोपियों पर धारा 420, 120 (बी) भादवि एवं छग निक्षेपकों का हित संरक्षण अधिनियम की धारा 10 का केस दर्ज है। अभी भी पुलिस की टीम उज्जैन में रुकी हुई है, जो आरोपियों की तलाश कर रही है।