SUKMA. 26 अप्रैल को दंतेवाडा के अरनपुर में हुए ब्लास्ट मामले में नक्सलियों ने एक प्रेसनोट जारी किया है। नक्सलियों के दरभा डिविजनल कमेटी सचिव साईनाथ ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर पुलिस द्वारा दंतेवाड़ा एव सुकमा जिले में बेकसूर ग्रामीणों को गिरफ्तार कर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। नक्सलियों ने गिरफ्तार ग्रामीणों को तुरंत रिहा करने की मांग की है।
प्रेस नोट में उल्लेख है कि 25 अप्रैल को काकाड़ी गांव में डीआरजी ने ग्रामीणों पर फायरिंग की, जिसमें वेट्टी सन्ना घायल हो गया था। इसके बाद से पुलिस लगातार गोंडेरास, काकाड़ी, नहाड़ी, पोटाली और नीलावाया के ग्रामीणों को गिरफ्तार कर रही है। इन गांवों के लगभग 20 ग्रामीणों को पुलिस ने अलग अलग दिन गिरफ्तार किया है। नक्सलियों का आरोप है कि पुलिस ग्रामीणों को हिरासत में लेने के बाद उन्हें कोर्ट में पेश नहीं कर रही और पुलिस कस्टडी में लगातार यातनाएं दी जा रही हैं।
प्रेसनोट में ही उल्लेख है कि नहाडी गांव के मुचाकी माढकाल धान कुटवाने के लिए अरनपुर जा रहा था। इसी दौरान पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है। और उसके पास रखा दस हजार रूपये भी पुलिस ने लूट लिया है। नक्सलियों की मांग है कि जिन ग्रामीणों को गिरफ्तार किया जा रहा है। उन्हें 24 घण्टे के अन्दर न्यायालय में पेश किया जाये उन्हें रिमांड पर भेजना या जमानत पर रिहा करना, ये न्यायालय फैसला करेगी।