DHAMTARI. जिले के मगरलोड इलाके के चारभाठा गांव में युवक रिश्तेदारी में आया था. खाना खाने के बाद वह गांव के मंच पर ही सो गया. लेकिन, आधी रात गांव में एक हाथी आ घुसा और उसके पास पहुंच गया. फिर उसे पटक- पटककर मार डाला. मंगलवार की सुबह रिश्तेदारों व गांव वालों ने उसकी लाश क्षत- विक्षत हालत में देखी. सूचना पर पुलिस और वन विभाग के अफसर भी पहुंचे हुए थे.
वन विभाग के अनुसार जिस हाथी ने युवक को मारा है वह पहले 28 फरवरी तक मगरलोड क्षेत्र में ही रहा था. फिर वहां से गरियाबंद जिला चला गया था. वहां के फिंगेश्वर वन परिक्षेत्र के ग्राम बोरिद में एक महिला को मौत के घाट उतार चुका है. अब ये हाथी आठ दिनों बाद फिर मगरलोड इलाके में पहुंच गया था.
रात होने के कारण रुका था रिश्तेदार के घर
बता दें कि मृतक 45 वर्षीय सुखराम पिता फुलसिंह कमार ग्राम ढिकुड़िया मोहेरा गांव का रहने वाला था. वह अपने साथी पुरुषोत्तम और धनेश्वर के साथ मगरलोड गया हुआ था. छह मार्च को वापस अपने गांव जाने के लिए निकला था. लेकिन, लौटते समय रात ज्यादा हो जाने पर वह अपने रिश्तेदार घनश्याम ध्रुव के घर चारभाठा में ठहर गया.
रात में खाना खाने के बाद सुखराम गांव के मंच पर सोने के लिए चला गया. तभी रात करीब 12 बजे आसपास हाथी ने सोते हुए सुखराम पर हमला कर दिया और फिर पटक-पटक कर उसकी जान ले ली. दूसरे दिन सात मार्च की सुबह उसका क्षतविक्षत शव मिला. इस घटना के बाद से ग्रामीणों व पूरे इलाके में दहशत का माहौल है.
वन विभाग ने शुरू की निगरानी
घटना के बाद वन विभाग और पुलिस को भी इसकी सूचना दी गई. वन अफसरों ने आकर हाल जाना तो वहीं पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया. जबकि इसके बाद से वन विभाग की टीम लगातार गजराज वाहन से हाथी पर निगरानी बनाए हुए है. साथ ही आसपास के गांवों मुनादी करवाकर जंगल की ओर नहीं जाने और हाथी के पास नहीं जाने की अपील की जा रही है.