SAKTI. छत्तीसगढ़ में अशासकीय विद्यालय संघ ने प्रदेश स्तर पर आरटीआई राशि एवं प्रतिपूर्ति राशि जैसे मांगों को लेकर शासन के खिलाफ क्रमबद्ध असहयोग आंदोलन की शुरुआत 14 फरवरी से कर दी है। इसी आंदोलन में शामिल होते हुए सक्ति जिले में जिला अशासकीय विद्यालय प्रबंधन संघ ने जिला शिक्षा अधिकारी को गुलाब का फूल देकर असहयोग आंदोलन की शुरुआत और लंबित मांगो को पूरा करने की मांग की है।
बता दें कि प्रदेश के करीब 900 स्कूलों में 2020-21 प्रतिपूर्ति राशि शेष है, इसे अभी तक प्रदान नही किया गया है। कक्षा नौवीं से बारहवीं तक के विद्यार्थीयों की प्रतिपूर्ति राशि भी राज्य शासन की घोषणा अनुसार प्रदाय की जानी है। राज्य के सभी निजी स्कूलों में ऐसे विद्यार्थी 9वीं की आगे की कक्षा में पढ़ाई कर रहे हैं। उनकी भी वर्तमान सत्र तक की राशि प्रदान की जानी है, जो अब तक नही की गई है।
सक्ति जिले में लगातार आंदोलन
इन्हीं मांगो को लेकर आंदोलन की घोषणा की गई है, जिसमें 14 फरवरी को समस्त जिले में जिला शिक्षा अधिकारी को गुलाब का फूल देना,15 एवं 16 फरवरी को समस्त अशासकीय विद्यालयों के स्टाफों को काली पट्टी लगाकर अपना विरोध प्रदर्शन करना एवं 17 फरवरी को प्रत्येक जिले में जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में संघ के द्वारा नगाड़ा बजाकर शासन प्रशासन तक अपनी बात पहुंचाने का प्रयास करना है।
इसी क्रम में आज आंदोलन के पहले दिन जिला शिक्षा अधिकारी को गुलाब का फूल देकर आंदोलन किया गया। इसमें सक्ति जिले से चारों ब्लाक के पदाधिकारी एवं जिला संघ के पदाधिकारी मुख्य रूप से जिला अध्यक्ष विजय लारेंस, उपाध्यक्ष अनिल दरयानी, योगेश साहू, सुशील चंद्रा, टी.पी उपाध्याय, मोहम्मद अनीस, नितिन सोनी, अशोक चंद्रा, तेज प्रकाश जायसवाल, शिव कुमार, नरेंद्र कुमार, महेश, एल.एल राज, रमेश यादव, प्रेमलाल धिरहे, घनश्याम टंडन, आशीष नंद, दुजराम साहू, गीता कुर्रे , कृष्णा कुमार जायसवाल, रामशंकर जायसवाल, राधेश्याम चंद्रा, आकाश साहू एवं भारी संख्या में स्कूल संचालक उपस्थित थे।