Jerusalem.
एक दिन पहले वेस्ट बैंक में इजरायली सैनिकों के हाथों मारे गए 9 लोगों के मारे जाने की प्रतिक्रियास्वरूप एक बंदूकधारी ने शुक्रवार को पूर्वी येरुशलम स्थित एक सिनेगॉग (यहूदी मंदिर) में 8 लोगों की हत्या कर दी. इजरायल के कब्जे वाले पूर्वी येरुशलम के नेवे याकोव में शूटिंग तब भी हुई जब शुक्रवार को गाजा पट्टी में इजरायल और फिलिस्तीनी आतंकवादियों के बीच रॉकेट फायर किए जाने के बाद अंतरराष्ट्रीय बिरादरी ने शांति का आह्वान किया था. पुलिस के मुताबिक रात लगभग 8:30 बजे एक शख्स येरुशलम में नेवे याकोव बुलेवार्ड में स्थित पूजाघर पहुंचा और लोगों पर गोलियां बरसानी शुरू कर दी. पुलिस कार्रवाई में कथित हमलावर भी मारा गया है. इजरायल के विदेश मंत्रालय ने इस गोलीबारी को आतंकवादी हमला करार दिया है. इमरजेंसी सेवा के मैगन डेविड एडम के मुताबिक दो दर्जन से अधिक लोग गोलीबारी की चपेट में आए हैं. इनमें एक 70 साल का वृद्ध और 14 साल का किशोर भी शामिल है.
इजरायल के अति-दक्षिणपंथी राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इटामार बेन-गवीर भी घटनास्थल पर पहुंचे. अमेरिका ने इस भयानक हमले की निंदा की है. अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता वेदांत पटेल ने संवाददाताओं से कहा, ‘इजरायल की सुरक्षा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता दृढ़ है और हम अपने इजरायली सहयोगियों के साथ सीधे संपर्क में हैं.’ गौरतलब है कि गुरुवार को वेस्ट बैंक के जेनिन शरणार्थी शिविर में इजरायल ने आतंकवाद-विरोधी अभियान के तहत नौ लोगों को मार डाला था. यह 2000 से 2005 के दूसरे इंतिफादा या फ़िलिस्तीनी विद्रोह के बाद इजरायली कब्जे वाले वेस्ट बैंक में सेना के सबसे घातक हमलों में से एक था. इज़रायल ने सेना के इस अभियान को इस्लामिक जिहाद का सफाया करार दिया था. इजरायली सेना की इस कार्रवाई के बाद गाजा पट्टी पर कब्जा किए बैठे इस्लामिक जिहाद और हमास के आतंकियों ने जवाबी कार्रवाई की कसम खाई थी.
गुरुवार की मौतों के बाद इस साल वेस्ट बैंक में मारे गए फ़िलिस्तीनियों की संख्या 30 पहुंच गई है. इनमें हमास के लड़ाके और नागरिक शामिल थे, जिनमें से अधिकांश को इजरायली सेना ने गोली मार दी थी. हमास के उप नेता सालेह अल-अरौरी ने शपथ ली कि इज़रायल जेनिन नरसंहार की कीमत चुकाएगा. संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक बीता साल फिलिस्तीनी क्षेत्र में सबसे घातक रहा है. आधिकारिक स्रोतों के मुताबिक साल 2022 में कम से कम 26 इजरायली और 200 फिलिस्तीनी वेस्ट बैंक के हिंसक संघर्ष में मारे गए हैं.