BHILAI. छत्तीसगढ़ में बीते कुछ दिनों से आरक्षण को लेकर काफी गहमा-गहमी की स्थिति है। पहले आदिवासी समाज द्वारा प्रदेश सरकार पर आरक्षण कम किए जाने को लेकर खासी नाराजगी व्यक्त की। समाज ने प्रदेश में बड़े स्तर पर अपने विरोध को दर्ज कराया। समाज की नाराजगी के बाद भानुप्रतापपुर उपचुनाव में कांग्रेस के हार जाने की भी चर्चा हो रही थी। बाद में प्रदेश सरकार ने एक अध्यादेश लाकर आदिवासी वर्ग के आरक्षण में बढ़ोत्तरी कर दी। वहीं इस नए अध्यादेश के बाद स्वर्ण वर्ग में बेहद नाराजगी है। इसे लेकर भिलाई में सरयूपारीण ब्राह्मण समाज द्वारा बैठक की गई। बैठक में सरकार तक अपनी बाते पहुंचाने की रूपरेखा तय की गई।

भिलाई के स्मृति नगर में ब्राह्मण समाज के भवन मे सरयूपारीण ब्राह्मण समाज की बैठक हुई। समाज के अध्यक्ष प्रभुनाथ मिश्रा ने कहा कि जब केंद्र सरकार आर्थिक रूप से कमजोर सवर्णों को 10 प्रतिशत आरक्षण दे रही है तो छत्तीसगढ़ सरकार इसे कम कैसे कर सकती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा सवर्ण वर्ग को चार फीसद आरक्षण देना अनुचित और नाकाफी होगा। उन्होंने कहा कि हम अपनी मांगे प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तक ले जाएंगे। साथ ही हम राज्यपाल को भी अपनी मांगों के साथ ज्ञापन सौंपेंगे।

https://chat.whatsapp.com/FDGaUWPCPEP8Cio0bzx8L8

स्मृति नगर स्थित ब्रह्मप्रकाश भवन में समाज के पदाधिकारियों, सदस्यों सहित प्रबुद्धजों ने इस मुद्दे पर चर्चा की। इसमें सभी ने एक स्वर में कहा कि छत्तीसगढ़ में सवर्णों के आरक्षण में कटौती करने से इस समाज के लोगों के साथ अन्याय होगा। इससे समाज के कमजोर लोगों के साथ नाइंसाफी हो जाएगी। बैठक में ब्रह्मण समाज के अध्यक्ष प्रभुनाथ मिश्रा, उपाध्यक्ष चंद्रशेखर पाण्डेय, मनीष पाण्डेय, राजेश दुबे व अन्य इकाई, प्रकोष्ठ के पदाधिकारी, सदस्य और विप्रजन बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।



All Brahmin Society, Brahmin Society, Chhattisgarh Brahmin Society, Chhattisgarh Saryupariya Brahmin Society, Chhattisgarh State, Controversy over reservation in Chhattisgarh, reservation in Chhattisgarh, Saryupariya Brahmin Society, Tribal Reservation in Chhattisgarh, upper caste reservation cut in Chhattisgarh





































