तीरंदाज, भिलाई। मध्य प्रदेश में श्री हनुमान जी के नाम से कथा करने वाली तीन पीठ चर्चा में हैं। छतरपुर में बागेश्वर धाम, दतिया में पंडोखर सरकार। …और उज्जैन में पं विजय शंकर मेहता। इनमें से पं. विजय शंकर मेहता आज शनिवार को भिलाई के नेहरू नगर स्थित राधा-कृष्ण मंदिर में कथा के लिए आए थे। यहाँ स्व. जमना प्रसाद सोनी जी की स्मृति में हमारे हनुमान तेरी शरण, पिता श्री का पूर्ण स्मरण नाम से कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।

शाम 5 बजे आयोजित इस कार्यक्रम में पं. विजय शंकर मेहता ने हनुमान जी की कथा सुनाई और उनके प्रबंधन को जीवन में उतारने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि आज लोग तनाव में जी रहे हैं। परिवार में कटुता है। नतीजा, घर में खुशहाली नहीं है। पति-पत्नी के तनाव का असर बच्चों पर पड़ता है। इसलिए बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए परिवार में ख़ुशी का माहौल बनाए रखें। अगर हम हनुमान जी को परिवार के केंद्र में रखेंगे तो तमाम परेशानियों का हल मिल जाएगा। उन्होंने कहा कि आप हौसला रखेंगे तो प्रभु आपको रास्ता दिखाएंगे।

कथा के बाद उज्जैन रवाना होने से पहले तीरंदाज से बातचीत में पं. विजय शंकर मेहता ने कहा कि मेरा उद्देश्य है कि भारत में परिवार बचे रहें। इसके अलावा परिवार के केंद्र में हनुमान जी को रखें। जब उनसे बागेश्वर धाम और पंडोखर सरकार के बीच पिछले दिनों हुए विवाद के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैं इस तरह के सवालों का जवाब देने में खुद को असमर्थ पाता हूँ। आप हनुमान जी या हनुमान जी की कथा के बारे में सवाल करें।




































