तीरंदाज, भिलाई। इस बार के चुनाव में पटरीपार क्षेत्र से जीतकर निगम में पहुंचा कांग्रेस का एक युवा पार्षद दो नंबरी काम शुरू करके पार्टी का नाम मिट्टी में मिलाने पर आमादा है। युवा जोश को देखते हुए पार्टी ने उसे संगठन में बड़ी जिम्मेदारी दी। पटरीपार के वार्ड से पार्टी का टिकट भी दिया। लेकिन चुनाव जीतने के बाद पार्षद की जल्दी पैसा बनाने की कोशिश पार्टी की छवि खराब कर रही है।
पार्षद पहले सट्टे के धंधे में उतरा और सटोरियों को संरक्षण देने का काम शुरू कर दिया। सूत्र बताते हैं कि जब इसकी भनक भिलाई नगर विधायक को लगी तो युवा नेताओं और कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई गयी और सभी को बिना नाम लिए चेताया गया कि कोई भी ऐसा काम न करे जिससे पार्टी की या खुद की छवि खराब हो। बैठक में कसमें और वादे भी हुए, लेकिन पार्षद नहीं माना।
अब पार्षद ने अपने गुर्गों के जरिये कबाड़ का कारोबार भी शुरू कर दिया है। चर्चा है कि गुर्गे चोरी का कबाड़ खरीदने का काम बड़े पैमाने पर कर रहे हैं। कबाड़ के धंधे में पहले से जुड़े लोगों को डरा धमकाकर इस बिजनेस से हटा दिया गया है। अपना एक अलग गट बनाने की कोशिश कर रहे इस युवा पार्षद से अब उसके साथ के ही नेता नाराज हैं।
चुनाव जीतने के चार महीने के भीतर ही युवा पार्षद का नाम विकास कार्य के लिए नहीं, बल्कि दो नंबरी कार्यों के लिए शहर में चर्चा का विषय बन गया है। वार्ड के लोगों ने विकास की उम्मीद में युवा चेहरे का चयन किया था, लेकिन नेताजी अपने कारनामों से मतदाताओं को शर्मिंदा कर रहे हैं। पार्टी की भी मजबूरी बन गई है कि यदि इसके खिलाफ खुले तौर पर कोई एक्शन लिया गया तो पार्टी ही बदनामी होगी।