लखनऊ। यूपी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जनता ने बुलडोजर देखकर वोट दिया। वह अपराधियों को पूरी तरह से बर्बाद कर देते हैं, ताकि उसके जैसी हरकत करने से पहले दूसरे अपराधी सोचें। इसका असर भी देखने को मिला है और यूपी में अपराध कम हो गया है। साथ ही पुलिस पर भी मानवाधिकार उल्लंघन के मामले कम हो गए हैं।
अब अपराध करके भागने वाले अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिसकर्मी उसके परिजनों को उठाने की बजाये उसके घर पर बुलडोजर लेकर पहुंच रहे हैं। यहां तक की रेप के मामलों में भी यह नुस्खा काफी हद तक कारगर दिख रहा है।
ताजा मामला आंबेडकरनगर का है। यहां सामूहिक दुष्कर्म के आरोपितों के हाथ नहीं लग रहे थे तो पुलिस बुलडोजर लेकर उनके घर पहुंच गई। एक-एक कर पांचों आरोपी सरेंडर करने थाने पहुंचे।
पुलिस ने बताया कि 29 मार्च की रात जैतपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में इंटर की छात्रा रात करीब 11 बजे शौच के लिए निकली, तो दो युवकों ने उसे पकड़ लिया। उसे बगीचे में खींचकर ले गए, जहां अन्य युवकों ने भी सामूहिक दुष्कर्म करने के बाद उसका वीडियो भी बना लिया। घर पहुंचकर किशोरी ने परिजनों को आपबीती सुनाई।
चूंकि लड़की और आरोपी एक ही समुदाय के थे, इसलिए प्रधान का घर पंचायत होने के बाद मामले को पुलिस के पास नहीं ले जाने का फैसला किया गया और इसे बंद कर दिया गया। इसी बीच आरोपी ने रेप का वीडियो वायरल कर दिया। मामला सार्वजनिक होने पर पीड़िता ने थाने में शिकायत दर्ज कराई। इसकी जानकारी मिलते ही आरोपित घर से फरार हो गए।
पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी के निर्देश पर पुलिस भी बुलडोजर लेकर आरोपियों के घर पहुंच गई, तो अचानक घरवालों के फोन आने लगे। आरोपित कमलेश, शुभम शुक्ला, रमेश, विजय कुमार और जयहिंद ने महज आठ घंटे के भीतर थाने पहुंचकर घर तोड़े जाने के डर से आत्मसमर्पण कर दिया। आरोपी जयहिंद यादव, रवि प्रकाश यादव, कमलेश यादव, रमेश यादव, शुभम, विजय कुमार, रवि प्रकाश यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।