तीरंदाज डेस्क। फोर-व्हीलर इंडस्ट्री में इन दिनों 360 डिग्री कैमरा सेटअप का फीचर काफी लोकप्रिय हो रहा है। कुछ साल पहले तक यह फीचर सिर्फ प्रीमियम कारों में ही मिलता था। मगर, आजकल कार कंपनियों ने बजट सेगमेंट की कारों में भी यह फीचर देना शुरू कर दिया है। मारुति सुजुकी बलेनो और हुंडई आई-20 के टॉप एंड वेरिएंट में भी 360 डिग्री कैमरा सेटअप दिया जा रहा है।
बता दें कि कंपनियां सिर्फ ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए 360 डिग्री कैमरा सेटअप का फीचर नहीं देती हैं। बल्कि यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण सेफ्टी फीचर भी है। इससे गाड़ी को पार्क करते समय कार के अंदर से बैठकर आस-पास को माहौल को ठीक से देखना और समझना आसान हो जाता है। इसकी वजह से किसी भी संभावित दुर्घटना को रोकने में मदद मिलती है। तो देर किस बात की है, जानते हैं हैं कि 360 डिग्री कैमरा सेटअप क्या है और यह काम कैसे करता है?
360 डिग्री कैमरा सेटअप
360 डिग्री कैमरा सिस्टम वास्तव में कई कैमरों का एक संयोजन है, जो कार के चारों ओर लगे हुए होते हैं। इन्हें सॉफ्टवेयर के जरिए पेयर किया जाता है और ड्राइवर को रियल टाइम आउटपुट मिलता है। एक बुनियादी 360-डिग्री कैमरा सेटअप में कम से कम चार कैमरे होते हैं। इसमें से एक कैमरा आगे और एक कैमरा रियर बंपर पर होता है, जबकि अन्य दो कैमरे साइड मिरर में लगे होते हैं। इन चारों कैमरों के डेटा को सॉफ्टवेयर के जरिए एक साथ क्लब किया जाता है और कार के आसपास के पूरे दृश्य को टॉप एंगल से दिखाया जाता है।
हालांकि, प्रीमियम सेगमेंट की महंगी कारों में आपको बेहतर व्यू के लिए आपको और भी ज्यादा कैमरे मिल सकते हैं। आधुनिक 360 डिग्री कैमरा सिस्टम काफी बेहतर हैं। उन्हें टच स्क्रीन सिस्टम के माध्यम से मैन्युअल रूप से भी इस्तेमाल किया जा सकता है।