Tirandaj Desk। उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद आपको एक और जोर का झटका, बहुत जोर से लग सकता है। पिछले चार महीने से पेट्रोल और डीजल की कीमतें स्थिर हैं, जो इन राज्यों में चुनाव खत्म होने के बाद 12 रुपए लीटर की बढ़ सकती हैं।
अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतें गुरुवार को नौ साल में पहली बार 120 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल से ऊपर पहुंच गईं थीं। हालांकि, शुक्रवार को इसमें गिरावट दर्ज की गई और यह 111 अमेरिकी डॉलर पर आ गईं।
तेल मंत्रालय के पेट्रोलियम प्लानिंग एंड एनालिसिस सेल (पीपीएसी) की जानकारी के मुताबिक, भारत में कच्चे तेल की खरीदारी तीन मार्च को बढ़कर 117.39 डॉलर प्रति बैरल हो गई, जो 2012 के बाद सबसे ज्यादा है। पिछले साल नवंबर की शुरुआत में पेट्रोल और डीजल की कीमत करीब 81.5 डॉलर प्रति बैरल थी।
बताते चलें कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा के लिए सातवें और अंतिम चरण का मतदान 7 मार्च को होगा, जबकि वोटों की गिनती 10 मार्च को होनी है। फरवरी में रूस द्वारा यूक्रेन की सीमा पर अपनी सेना लगाने के बाद से तेल की कीमतों में उछाल आ गया है। साथ ही 24 फरवरी को रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया है, जिसके बाद माना जा रहा है कि यह संकट और बढ़ सकता है।
पेट्रोल के दाम बढ़ने का सीधा असर प्रत्यक्ष रूप से आपकी बचत पर पड़ेगा और डीजल के दाम बढ़ने का असर खाने-पीने की चीजों के मंहगे होने की वजह से अप्रत्यक्ष रूप से घरेलू सामान की खरीद महंगी होने के रूप में पड़ेगा।