तीरंदाज डेस्क। पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार के शपथ से पहले पंजाब कांग्रेस में तूफान मचा हुआ है। नवजोत सिंह सिद्धू ने बुधवार को कांग्रेस प्रधान पद से इस्तीफा दे दिया है। विधानसभा चुनाव में पार्टी की शर्मनाक हार के बाद पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू ने बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने एक लाइन का इस्तीफा पार्टी प्रधान सोनिया गांधी को भेजा है।
बता दें कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर के पीसीसी अध्यक्षों से कहा था कि वे पीसीसी के पुनर्गठन की सुविधा के लिए अपना इस्तीफा दें। इधर पंजाब चुनाव में हार को लेकर ज्यादातर नेताओं ने पार्टी की अंदरूनी कलह के अलावा नवजोत सिद्धू, चरणजीत चन्नी और पूर्व प्रधान सुनील जाखड़ के बीच सार्वजनिक तौर पर बयानबाजी को जिम्मेदार ठहराया था।
यही नहीं इस हार के लिए पंजाब कांग्रेस के नेताओं ने इसका जिम्मेदार पूरी तरह से नवजोत सिद्धू हो ही ठहराया था। पूर्व मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा, राजिंदर सिंह बाजवा, बलबीर सिंह सिद्धू, सांसद रवनीत बिट्टू और गुरजीत औजला आदि ने इस हार के लिए सिद्धू को ही जिम्मेदार बताया। यही नहीं पंजाब कांग्रेस में सीएम चरणजीत चन्नी से लेकर तमाम बड़े नेता सिद्धू से खुश नहीं थे जिसका असर कांग्रेस को हार के साथ चुकाना पड़ा।
अब नए नेतृत्व की तलाश
पंजाब में अब नए नेतृत्व की तलाश शुरू हो गई है। बीते दिनों सीडब्ल्यूसी की बैठक में इस बात के संकेत मिले हैं कि कांग्रेस चुनव हारने वाले सभी राज्यों में नेतृत्व परिवर्तन करेगा। पंजाब के साथ की उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, मणिपुर व गोवा में भी बदलाव होगा। इसके लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं। संभावना है कि जल्द की कांग्रेस इन सभी राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष बदल सकती है।