दुर्ग। सप्ताह भर से लापता दुर्ग के पार्षद का बेटा आखिरकार मिल गया। दुर्ग पुलिस ने साइबर टीम की मदद से छात्र की लोकेशन को ट्रेस किया। दरअसल छात्र ने लगातार अपना मोबाइल बंद रखा था। बिकानेर पहुंचकर उसने सिम बदल दिया। जैसे ही उसने अपना नया सिम डालकर मोबाइल चालू किया उसकी लोकेशन पुलिस को मिल गई। दुर्ग पुलिस की एक टीम बिकानेर रवाना हुई और छात्र को लेकर दुग पहुंचेगी।
बता दें 23 मार्च की शाम से दुर्ग निगम के पार्षद विजय जलकारे का 15 वर्षीय पुत्र श्रेयस जलकारे अचानक लापता हो गया था। उसने साथ में अपना मोबाइल रखा लेकिन उसे स्विच ऑफ कर दिया था। इस मामले में मोहन नगर पुलिस गुमशुदगी दर्ज कर छात्र की तलाश शुरू की। छात्र ने इस दौरान अपना मोबाइल फोन बंद रखता था। जैसे ही उसने नया सिम मोबाइल में डाला उसकी लोकेशन ट्रेस हो गई।
राजस्थान पुलिस के सहयोग से पकड़ा छात्र को
पुलिस को उसका लोकेशन बिकानेर के पोटगेट थाना क्षेत्र का दिखाई दिया। दुर्ग साइबर सेल की टीम ने तत्परता दिखाते हुए पोटगेट पुलिस व चाइल्ड हेल्प लाइन से संपर्क किया। पोटगेट पुलिस ने छात्र को मोबाइल लोकेशन के आधार पर पकड़ लिया और चाइल्ड हेल्प लाइन के हवाले कर दिया। इसके बाद बुधवार को दुर्ग पुलिस की एक टीम उसे लेने रवाना हुई और बिकानेर पहुंच गई है। गुरुवार को पुलिस बच्चे को लेकर दुर्ग वापस लौटेगी।
परीक्षा में फेल होने के डर से भाग गया था छात्र
मोहन नगर पुलिस ने बताया कि श्रेयस जलतारे परीक्षा में फेल होने के डर से भाग गया था। स्कूल में रिजल्ट जारी करने से पहले सभी छात्रों को उनके मार्क्स दिखाए जाते हैं। श्रेयस को भी मार्क्स दिखाए गए जिसके मुताबिक वह फेल हो रहा था। इसके बाद उसने अपने एक दोस्त को बताया कि वह घर से भाग जाएगा। 23 मार्च को वह किसी को बताए बिना घर से चला गया। उसके बाद से उसकी लगातार तलाश की जा रही थी।